1 अगस्त को सुबह हिमाचल प्रदेश में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई। हिमाचल के शिमला, कुल्लू और मंडी में बादल फटने के कारण भारी तबाही मची हुई है । 50 से ज्यादा लोग हैं लापता। भारी बारिश के कारण कई घर और स्कूल तबाह हो गए हैं। सरकार ने मंडी ओर कुल्लू के सभी स्कूल और कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने बताया कि “राहत और बचाव का कार्य किया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीसी और अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। हमने अधिकारियों को सभी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। हमने सेना से भी मदद मांगी है। मैं लोगों से नहरों और नदियों के पास न जाने की अपील करता हूं। वायुसेना को तैयार रहने को कहा गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि स्तिथि अब नियंत्रण में है लेकिन सड़क और इंफ्रास्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचने के कारण मनाली से संपर्क टूट गया है। शिमला में जलविद्युत परियोजना के पास बादल फटने से कई लोग लापता हो गए हैं। कई सरकारी अधिकारियों को हालात का जायजा लेने के लिए भेजा गया है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में भी बदल फटने से बहुत तबाही हुई है। मंडी के उपयुक्त अपूर्व देवगन ने कहा कि मंडी में बादल फटने के कारण सड़क जाम हो गए हैं और कई जगह भूस्खलन भी हुआ है।उन्होंने यह भी कहा कि “इन परिस्थितियों में कर्मचारियों, स्कूल और कॉलेज के बच्चों और प्रशिक्षुओं की आवाजाही सुरक्षित नहीं हो सकती है और इस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।”
ANI को बताते हुए एक प्रवक्ता ने कहा कि “तलाशी के दौरान, एसडीआरएफ ने दो शव बरामद किए और 200 मीटर गहरी खाई में एक घायल व्यक्ति मिला। उसे स्ट्रेचर पर बाहर लाया गया।”
केरल के वायनाड में आए बाढ़ के 2 दिन बाद ही हिमाचल प्रदेश में बादल फट गया। कुछ महीने से देश में प्राकृतिक आपदा के कारण कई लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है।
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