केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद हुए 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस भीषण आतंकी हमले को आज छह साल पूरे हो गए हैं।
गृह मंत्री ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “आतंकवाद पूरी मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है। पूरा विश्व इसके खिलाफ एकजुट हो चुका है। पुलवामा हमले में शहीद हुए हमारे वीर जवानों को मैं नमन करता हूं। मोदी सरकार आतंकवाद के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपनाकर इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। चाहे सर्जिकल स्ट्राइक हो या एयर स्ट्राइक, सरकार आतंकवाद के सफाए के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है।”
पुलवामा आतंकी हमला: 14 फरवरी 2019 का वो काला दिन
14 फरवरी 2019 का दिन भारतीय सुरक्षा बलों के इतिहास में एक काले अध्याय के रूप में दर्ज है। उस दिन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से भरी एक कार को CRPF जवानों के काफिले से टकरा दिया था। इस आत्मघाती हमले में 40 भारतीय जवान शहीद हो गए थे, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए थे।
हमला जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के लेथपोरा इलाके में हुआ था, जब 78 वाहनों में सवार CRPF के 2,500 से अधिक जवान श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग से गुजर रहे थे। आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार, जो खुद कश्मीर का रहने वाला था, ने अपने वाहन को काफिले की एक बस से टकरा दिया, जिससे एक भयंकर विस्फोट हुआ। यह हमला देशभर में आक्रोश और शोक का कारण बना था।
बालाकोट एयर स्ट्राइक: भारत की जवाबी कार्रवाई
पुलवामा हमले के 12 दिन बाद, 26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना (IAF) ने पाकिस्तान के बालाकोट में स्थित जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन एयर स्ट्राइक्स में बड़ी संख्या में आतंकियों के मारे जाने और उनके ट्रेनिंग कैंप तबाह होने की खबरें आई थीं।
भारत की इस कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 27 फरवरी को जवाबी हमले की कोशिश की। पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय वायुसेना ने इसे नाकाम कर दिया। इस दौरान हुई हवाई लड़ाई में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एक एफ-16 विमान को मार गिराया। हालांकि, उनका मिग-21 बाइसन भी इस लड़ाई में क्षतिग्रस्त हो गया और वे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में जा गिरे। वहां उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया।
विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को पाकिस्तान ने अपनी हिरासत में ले लिया था, लेकिन भारत सरकार के कूटनीतिक दबाव के चलते पाकिस्तान को महज 60 घंटों के भीतर ही उन्हें रिहा करना पड़ा। 1 मार्च 2019 को वाघा-अटारी बॉर्डर पर उन्होंने भारत में वापसी की, जहां पूरे देश ने उन्हें ‘हीरो’ की तरह सम्मान दिया।
हर साल पुलवामा के शहीदों को दी जाती है श्रद्धांजलि
पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 CRPF जवानों की याद में हर साल देशभर में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। शहीदों के परिवारों को सरकार की ओर से हर संभव मदद देने का वादा किया गया था। इसके तहत ‘भारत के वीर’ फंड के जरिए शहीदों के परिजनों को आर्थिक सहायता भी प्रदान की गई।
गृह मंत्री अमित शाह और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस साल भी पुलवामा के वीर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की और दोहराया कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। पुलवामा आतंकी हमले की छठी बरसी पर पूरा देश उन शहीदों को याद कर रहा है, जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। इस घटना ने भारत को आतंकवाद के खिलाफ और भी सख्त रुख अपनाने के लिए प्रेरित किया।
गृह मंत्री अमित शाह के बयान से साफ है कि सरकार आतंकवाद के सफाए के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। पुलवामा के शहीदों की कुर्बानी को कभी भुलाया नहीं जा सकता, और उनका बलिदान हमेशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा।
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