रांची: बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा से एक सजायाफ्ता उग्रवादी कैदी समीर तिर्की उर्फ साकिर तिर्की के फरार होने की खबर से जेल प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। अब तक आरोपी का कोई सुराग नहीं मिल पाया है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है।
कैसे हुआ फरार?
समीर तिर्की को एक प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन से जुड़े होने के आरोप में सजा सुनाई गई थी। सूत्रों के अनुसार, वह काफी समय से जेल में बंद था, लेकिन जेल से भागने की उसकी योजना पहले से ही बनाई जा रही थी। हालांकि, वह किस तरीके से फरार हुआ, यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। जेल प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है कि कहीं किसी की लापरवाही तो इसमें शामिल नहीं थी।
पुलिस की कार्यवाही और सुरक्षा व्यवस्था
कैदी के फरार होने के बाद रांची पुलिस और जेल प्रशासन सतर्क हो गया है। शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। पुलिस की कई टीमें अलग-अलग इलाकों में आरोपी की तलाश में जुटी हुई हैं।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि समीर तिर्की का पुराना नेटवर्क खंगाला जा रहा है और उसके संपर्कों पर विशेष नजर रखी जा रही है। पुलिस का मानना है कि वह शहर के बाहरी इलाकों या पड़ोसी राज्यों की ओर भाग सकता है। रेलवे स्टेशनों, बस स्टैंड और बॉर्डर इलाकों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
जेल प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना के बाद जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा राज्य की सबसे सुरक्षित जेलों में से एक मानी जाती है, ऐसे में एक सजायाफ्ता उग्रवादी का इस तरह फरार होना कई संदेह पैदा करता है। इस मामले में जेल कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
एक अधिकारी ने बताया कि फरारी के पीछे किसी जेल कर्मचारी की मिलीभगत से भी इंकार नहीं किया जा सकता। यदि किसी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जनता से की गई अपील
पुलिस ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि यदि उन्हें समीर तिर्की के बारे में कोई भी जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। इसके लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। पुलिस ने जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की जानकारी देने को कहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर समीर तिर्की जल्द ही नहीं पकड़ा गया, तो वह फिर से अपने पुराने संगठन से संपर्क साध सकता है और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा बन सकता है। पुलिस की टीमें लगातार उसकी तलाश में जुटी हुई हैं और तकनीकी सर्विलांस का भी सहारा लिया जा रहा है।
फिलहाल, इस मामले की जांच जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन यह घटना जेल प्रशासन की कार्यशैली पर एक बड़ा सवालिया निशान खड़ा कर गई है।