मंगलवार सुबह केरल के वायनाड जिले के पहाड़ी इलाके में भूस्खलन के कारण करीब 50 लोगों की हुई मौत, कई लोग हैं लापता। बाढ़ के कारण भूस्खलन प्रभावित छेत्र में हुई अग्निशमन और एनडीआरएफ की टीम की तैनाती। कई लोगों के फसे होने की जताई जा रही है आशंका। सहायता के लिए पहुंच रही है एनडीआरएफ की अतिरिक्त टीम के साथ कन्नूर डिफेंस सिक्योरिटी कॉर्प्स की टीम।
अभी भी प्रभावित छेत्र में हो रही है भारी बारिश। रेस्क्यू ऑपरेशन में बारिश बन रही है बाधा। मलप्पुरम के चल्लियार नदी में हुए 15 शव बरामद, अन्य की तलाश है जारी। बाढ़ के कारण कई घर, दुकान और वाहन मलबे में तब्दील हो चुके है।बाढ़ की तेज़ धारा के कारण पुल भी बह गया। केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने बाढ़ में फसे लोगों को हेलीकॉप्टर से निकलने और आवश्यक सामग्री पहुंचाने की बात की है।
इस घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताते हुए कहा कि “मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है, और मेरी प्रार्थनाएँ घायलों के साथ हैं।” केंद्र सरकार उनकी सहायता करेगी।
इस घटना पर बंगाल के गवर्नर सीवी आनंदा बोस ने मीडिया को बयान दिया कि “हम इस त्रासदी से बहुत दुखी और स्तब्ध हैं। हम सभी इस संकट की घड़ी में एक साथ खड़े होंगे और इस तूफान का डटकर सामना करेंगे। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि दिवंगत आत्मा को शांति मिले। हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं। कहते हैं कि दुर्घटनाएँ आकस्मिक नहीं होतीं, उनमें मानवीय पहलू होता है। यह एक ऐसा अवसर है जो हमें मनुष्य और प्रकृति के बीच संतुलन बनाए रखने की आवश्यकता पर गहराई से आत्मनिरीक्षण करने के लिए मजबूर करता है। इस कठिन समय में, पूरा भारत एक साथ खड़ा होगा और संकट में फंसे लोगों को बचाने के लिए जो भी आवश्यक होगा वह करेगा। मैं सभी संबंधित लोगों के संपर्क में हूं, अब ध्यान बचाव कार्यों पर होगा। मैं संबंधित सभी लोगों के संपर्क में रहने की पूरी कोशिश करूंगा, मैं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी लोगों की मदद करने का अनुरोध कर रहा हूं, यह पहले ही किया जा चुका है। जो भी आवश्यक होगा, निश्चित रूप से बिना देरी के किया जाएगा। मैं वायनाड जाने की योजना बना रहा हूं।”





