गिरिडीह, झारखंड: झारखंड के गिरिडीह जिले में मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड समेत छह अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी छात्र हैं, जो पढ़ाई के साथ-साथ मजदूरी भी करते थे। इस घटना ने झारखंड की परीक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और राज्यभर में छात्रों व अभिभावकों में भारी नाराजगी देखी जा रही है।
कैसे हुआ पेपर लीक?
गिरफ्तारी गिरिडीह के न्यू बरगंडा क्षेत्र से की गई। पुलिस के अनुसार, ये छात्र मजदूर के रूप में परीक्षा केंद्रों के अस्थायी स्ट्रांग रूम में प्रवेश करते थे और वहां प्रश्न पत्रों को अनलोड करने के दौरान सील पैक पेपर को ब्लेड से काटकर निकालते थे। इसके बाद, प्रश्न पत्रों को पीडीएफ में बदलकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया जाता था।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रोहित कुमार, मुकेश कुमार, लालमोहन कुमार, अंशु कुमार पांडेय, कृष्णा कुमार पांडेय और कमलेश कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से छह मोबाइल फोन, 10वीं कक्षा का विज्ञान का प्रश्न पत्र, कंबल और चटाई बरामद किए हैं। मोबाइल फोन का उपयोग प्रश्न पत्रों के फोटो लेने और उन्हें ऑनलाइन प्रसारित करने के लिए किया जाता था।
अब तक कितने पेपर लीक हुए?
पुलिस का दावा है कि अब तक केवल हिंदी और विज्ञान विषयों के प्रश्न पत्र लीक होने की पुष्टि हुई है। हालांकि, यह आशंका जताई जा रही है कि अन्य विषयों के पेपर भी लीक हो सकते हैं। इस संबंध में जांच की जा रही है और साइबर सेल की मदद से सोशल मीडिया पर वायरल किए गए पेपरों की सत्यता की पुष्टि की जा रही है।
सीआईडी की एंट्री, जांच और सख्ती बढ़ी
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अब जांच को और कड़ा कर दिया गया है। झारखंड पुलिस के साथ-साथ सीआईडी (CID) भी इसमें शामिल हो गई है। सीआईडी के आईजी असीम विक्रांत मिंज इस पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पुलिस और जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि इस गिरोह का नेटवर्क कितना बड़ा है और क्या इसमें किसी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी की मिलीभगत थी।
छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी
पेपर लीक मामले के खुलासे के बाद छात्रों और अभिभावकों में भारी गुस्सा देखा जा रहा है। परीक्षार्थियों का कहना है कि वे दिन-रात मेहनत करके परीक्षा की तैयारी करते हैं, लेकिन इस तरह की घटनाएं उनके भविष्य को दांव पर लगा देती हैं। अभिभावकों ने भी सरकार और शिक्षा विभाग से सख्त कदम उठाने की मांग की है।
JAC ने दिए सख्त निर्देश
झारखंड अकादमिक काउंसिल (JAC) ने इस घटना के बाद परीक्षा सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। अब परीक्षा केंद्रों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए हर स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाने और सुरक्षा गार्डों की संख्या बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
परीक्षा प्रणाली पर सवाल और आगे की कार्रवाई
गिरिडीह में हुई इस घटना ने राज्य में परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। प्रशासन, पुलिस और शिक्षा विभाग अब इस मामले की तह तक जाने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। राज्य सरकार ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नई रणनीति बनाने की बात कही है।
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