दो दिनों तक चली सियासी हलचल के बीच आखिरकार झारखंड को मिल गया दूसरा मुख्यमंत्री का चेहरा, 28 जून को हाईकोर्ट के द्वारा हेमंत सोरेन को मिली जमानत के बाद झारखंड की राजनीत में नेतृव परिवर्तन को लेकर लगातार कयास लगाए जा रहे थे जो आखिरकार 3 जुलाई को स्पष्ट हो गया ये लगाकर दो बार झारखंड की सियासत में बड़ा बदलाव देखने को मिला है विगत 5 महीनों में सूत्रों की माने तो चंपाई सोरेन इस्तीफा देने को तैय्यार नही थे जब हेमंत सोरेन के नाम की चर्चा हुई तो बीच में ही भावुक हो गए चम्पाई सोरेन फिर उन्हें हेमंत ने मनाया इस्तीफे से एक दिन पहले ही चंपई नाराज बताए गए लेकिन उन्हें मनाने सुबह में ही उनके आवास पहुंचे मंत्री मिथलेश ठाकुर!
इस नेतृव परिवर्तन से क्या होगा फायदा:-
झारखंड विधानसभा के चुनाव में महज पांच महीनों का वक्त बाकी है ऐसे में इस नैया को कैसे पार लगाएंगे हेमंत सोरेन लोकसभा चुनाव के नतीजों की बात करें तो पहले से यहां महगठबंधन ने अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन एनडीए घटक दल के नेता भी आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर एक्शन मोड में दिख रहे है!
अगर बात करे तो भाजपा इस बार के चुनाव में तीन आदिवासियों चेहरों पर दांव लगा सकती है चंपाई सोरेन के इस्तीफे के बाद ,अचानक एक्शन मोड में दिखी भाजपा सियासी हलचल तेज!