रांची: झारखंड पुलिस ने आज सुबह एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के अनुसार, अमन साहू को छत्तीसगढ़ के रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था, जब उसने पुलिसकर्मी की राइफल छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी कार्रवाई में वह मौके पर ही ढेर हो गया। यह मुठभेड़ पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र में हुई।
कौन था अमन साहू?
अमन साहू झारखंड के रांची जिले के मतबे गांव का रहने वाला था। उसने महज 17 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था और देखते ही देखते वह झारखंड का सबसे बड़ा गैंगस्टर बन गया। 2013 में उसने अपना खुद का गैंग बनाया और फिरौती, हत्या, अपहरण और उगाही जैसी संगीन वारदातों को अंजाम देने लगा। उसके खिलाफ 100 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे।
अमन साहू का नाम झारखंड, बिहार और छत्तीसगढ़ में दहशत का पर्याय बन चुका था। उसका नेटवर्क इतना बड़ा था कि वह जेल में रहते हुए भी अपने गिरोह का संचालन करता था। पुलिस के अनुसार, उसका संबंध कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से भी था और दोनों के बीच अपराध की योजनाएं साझा की जाती थीं।
एनटीपीसी के डीजीएम हत्याकांड में था शामिल
हाल ही में झारखंड के हजारीबाग में एनटीपीसी के डीजीएम कुमार गौरव की हत्या हुई थी, जिसमें अमन साहू का नाम सामने आया था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ था कि गौरव की हत्या रंगदारी से जुड़ी थी और इसके पीछे अमन साहू का ही हाथ था।
इसके अलावा, अमन साहू पर झारखंड और बिहार में कोयला माफिया से लेकर ठेकेदारों और व्यापारियों से रंगदारी वसूलने के आरोप थे। उसके गिरोह ने कई बार पुलिस टीमों पर हमला भी किया था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अमन साहू को कड़ी सुरक्षा के बीच रायपुर जेल से रांची लाया जा रहा था। इसी दौरान जब पुलिस का काफिला पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र से गुजर रहा था, तब उसने अचानक एक पुलिसकर्मी की राइफल छीन ली और भागने की कोशिश की। उसने पुलिस टीम पर फायरिंग भी की, जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में उसे ढेर कर दिया।
घटना के बाद मौके पर पलामू और आसपास के इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अमन साहू के मारे जाने से झारखंड में अपराध पर कड़ा प्रहार हुआ है और यह कानून व्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता है।
अपराध की दुनिया में हड़कंप
अमन साहू की मौत के बाद झारखंड और बिहार के अपराध जगत में हड़कंप मच गया है। पुलिस अब उसके गिरोह के बाकी सदस्यों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है। झारखंड के डीजीपी ने कहा कि यह एनकाउंटर राज्य में बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।
अमन साहू के एनकाउंटर के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। कई व्यापारियों और कोयला कारोबारियों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है, क्योंकि वे लंबे समय से उसकी धमकियों और जबरन वसूली से परेशान थे।
पुलिस की सख्त कार्रवाई जारी
झारखंड पुलिस अब अमन साहू के गुर्गों को पकड़ने के लिए प्रदेशभर में छापेमारी कर रही है। पुलिस को शक है कि उसका गैंग अब भी सक्रिय है और वह किसी नई रणनीति के तहत अपराध कर सकता है।
इस मुठभेड़ के बाद झारखंड सरकार ने भी पुलिस को संगठित अपराधियों के खिलाफ और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में अपराधियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन किए जाएंगे, ताकि राज्य में शांति और कानून व्यवस्था को मजबूत किया जा सके।
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