देवघर (झारखंड): इंसान और जानवर के बीच का रिश्ता अक्सर प्यार और वफादारी की मिसाल बन जाता है, लेकिन आज जो कुछ देवघर के ब्रह्रासोली गांव में देखने को मिला, वह सिर्फ एक कहानी नहीं, बल्कि जीवन और मृत्यु के बीच एक अदृश्य धागे की तरह था। मुन्ना सिंह नाम के एक शख्स की मौत के बाद उनके घर के आंगन में जब शव रखा गया, तो अचानक एक बंदर वहां आया और उसने ऐसी मार्मिक मोहब्बत दिखाई कि मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं।
शव को चूमता रहा बंदर
जैसे ही बंदर ने मुन्ना सिंह के चेहरे से चादर हटाकर देखा, उसकी आंखों से आंसू बह निकले। वह उनके गालों को चूमता रहा, जैसे कोई अपने खोए हुए अपने को जगाने की कोशिश कर रहा हो। लोग हैरान थे—क्या यह बंदर मुन्ना सिंह का कोई पुराना साथी था? क्या उनके बीच कोई गहरा रिश्ता था? या फिर जानवरों की दुनिया भी इंसानी दर्द समझती है?
अंतिम यात्रा का साथी बना बंदर
जब मुन्ना सिंह की अर्थी उठी, तो बंदर भी उनके साथ चल पड़ा। कई किलोमीटर की दूरी तय करते हुए वह श्मशान घाट तक गया। वहां भी उसने मृतक के पास बैठकर मानो अंतिम विदाई दी। जब तक चिता की लपटें नहीं उठीं, वह वहीं रुका रहा। कुछ लोगों ने इसे दैवीय चमत्कार माना, तो कुछ ने कहा- “ये तो हनुमान जी का ही रूप था।”
यह वीडियो अब इंटरनेट पर आग की तरह फैल रहा है। लोग इस “अनस्पोकन लव स्टोरी” को शेयर करते हुए लिख रहे हैं- “दोस्ती न जाति देखती है, न प्रजाति… बस दिल देखती है।”
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