पटना में आयोजित ‘दलित समागम’ कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बड़ा राजनीतिक बयान दिया। उन्होंने घोषणा की कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा। मांझी ने दावा किया कि NDA 225 से अधिक सीटें जीतकर सरकार बनाएगा।
कार्यक्रम में नीतीश की संक्षिप्त उपस्थिति
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद रहे, लेकिन उन्होंने केवल संक्षिप्त अभिवादन किया और मंच पर ज्यादा समय नहीं बिताया। उनकी यह संक्षिप्त उपस्थिति राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बन गई। नीतीश कुमार का मंच से जल्दी चले जाना कई तरह की अटकलों को जन्म दे रहा है। हालांकि, मांझी ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और केवल NDA की एकता पर जोर दिया।
BJP-JDU संबंधों पर मांझी का बयान
विपक्षी दलों के उस आरोप पर भी मांझी ने जवाब दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि भारतीय जनता पार्टी (BJP), जनता दल यूनाइटेड (JDU) को कमजोर करने की साजिश कर रही है। मांझी ने इन दावों को विपक्ष की हताशा करार दिया और कहा कि “हारे हुए लोग इस तरह की बातें करते हैं। NDA पूरी तरह से एकजुट है और नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा।”
नीतीश के बेटे निशांत के राजनीति में आने का समर्थन
मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के राजनीति में प्रवेश की संभावनाओं का भी स्वागत किया। उन्होंने कहा कि “निशांत एक युवा और सक्षम हैं। यदि वे राजनीति में आते हैं, तो यह बिहार के लिए सकारात्मक बात होगी। राजनीति में नए और ऊर्जावान नेताओं की बहुत जरूरत है।”
दलित समागम में प्रमुख नेताओं की मौजूदगी
पटना में आयोजित दलित समागम कार्यक्रम में NDA के कई बड़े नेता शामिल हुए। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। इस कार्यक्रम का मकसद दलित समुदाय की भागीदारी को बढ़ावा देना और उनके मुद्दों पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम के दौरान, विभिन्न वक्ताओं ने दलित समुदाय की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर विचार रखे और सरकार से उनके उत्थान के लिए और अधिक योजनाएं लाने की मांग की। इस कार्यक्रम को NDA के लिए चुनावी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है, जिससे दलित मतदाताओं को अपने पक्ष में किया जा सके।
चुनाव को लेकर NDA की स्थिति स्पष्ट
इस घोषणा से यह साफ हो गया है कि बिहार में NDA गठबंधन पूरी तरह से संगठित है और चुनाव में एक मजबूत स्थिति में है। हालांकि, नीतीश कुमार की संक्षिप्त उपस्थिति और उनकी राजनीतिक रणनीति को लेकर सवाल बने हुए हैं।
क्या कहता है विपक्ष?
विपक्षी दल राजद (RJD), कांग्रेस और वामपंथी दल लगातार यह आरोप लगाते रहे हैं कि BJP, JDU को कमजोर करने की रणनीति पर काम कर रही है। हालांकि, मांझी और NDA नेताओं ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।
NDA की चुनावी रणनीति क्या होगी?
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, BJP, JDU, HAM और अन्य सहयोगी दलों का मकसद बिहार में अपनी पकड़ को और मजबूत करना है। दलित, पिछड़ा और अगड़ी जातियों के बीच संतुलन बनाकर NDA अपनी स्थिति मजबूत करना चाहता है।
‘दलित समागम’ कार्यक्रम में जीतन राम मांझी का यह बयान NDA के चुनावी समीकरणों को स्पष्ट करता है। उनके अनुसार, बिहार चुनाव में नीतीश कुमार ही NDA के चेहरे होंगे और गठबंधन को भारी जीत मिलेगी। अब देखना होगा कि चुनावी माहौल में विपक्ष और NDA के अन्य दलों की रणनीति क्या होगी और बिहार की जनता किसे अपना समर्थन देती है।
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