पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे राष्ट्रगान के दौरान अपने पास खड़े प्रधान सचिव दीपक कुमार को बार-बार टोकते हुए नजर आ रहे हैं। वीडियो में मुख्यमंत्री उन्हें हाथों से इशारे करते हुए कुछ समझाते दिख रहे हैं। इस घटना ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और विपक्ष ने इसे राष्ट्रगान के अपमान के रूप में पेश करते हुए नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
क्या है पूरा मामला?
यह वीडियो एक सरकारी कार्यक्रम का है, जहां राष्ट्रगान के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और प्रधान सचिव दीपक कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। राष्ट्रगान शुरू होने के बाद, मुख्यमंत्री अपने बगल में खड़े दीपक कुमार की ओर बार-बार मुड़ते हैं और इशारों से उन्हें कुछ बताते हैं। इस दौरान वे कई बार प्रधान सचिव को टोकते हुए नजर आते हैं। वीडियो में दोनों के बीच हल्की बातचीत भी होती दिख रही है, जबकि राष्ट्रगान चल रहा था।
विपक्ष का हमला
इस वीडियो के वायरल होने के बाद विपक्ष ने नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। राजद नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री रहते हुए भी नीतीश कुमार को राष्ट्रगान का सम्मान करना नहीं आता। यह संविधान और देश का अपमान है।” वहीं, भाजपा के वरिष्ठ नेता सम्राट चौधरी ने कहा, “नीतीश कुमार का यह व्यवहार शर्मनाक है। मुख्यमंत्री होकर भी उन्हें राष्ट्रगान के दौरान अनुशासन का पालन करना नहीं आता।”
नीतीश सरकार की सफाई
वहीं, जदयू नेताओं ने मुख्यमंत्री का बचाव किया है। पार्टी प्रवक्ता नीरज कुमार ने बयान जारी कर कहा, “मुख्यमंत्री जी प्रधान सचिव को राष्ट्रगान के दौरान सावधान मुद्रा में खड़े रहने का निर्देश दे रहे थे। इसमें कोई अनादर नहीं है, बल्कि यह राष्ट्रगान के प्रति उनकी संवेदनशीलता को दर्शाता है।”
सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रिया
इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की मिश्रित प्रतिक्रिया सामने आ रही है। कुछ लोग मुख्यमंत्री की मंशा को सही ठहरा रहे हैं, जबकि कई लोग इसे अनुशासनहीनता मान रहे हैं।
वीडियो ने खड़ा किया सवाल
हालांकि, यह वीडियो राजनीतिक बहस का मुद्दा बन गया है, लेकिन इसने एक बार फिर सार्वजनिक कार्यक्रमों में अनुशासन और राष्ट्रगान के प्रति आदर जैसे मुद्दों को चर्चा में ला दिया है।