शिवसेना (उद्धव गुट) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर तीखा हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा की नजर देश के विभिन्न धर्मों के धार्मिक स्थलों की जमीनों पर है और वह उन्हें अपने उद्योगपति मित्रों को सौंपना चाहती है।
ठाकरे का इल्ज़ाम
महाराष्ट्र में एक सभा को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा, “भाजपा अब धर्म की आड़ में जनता को भटकाने का काम कर रही है। वह सिर्फ राम मंदिर की बात कर रही है, लेकिन क्या किसी ने यह सोचा है कि वह मंदिरों, मस्जिदों और गुरुद्वारों की जमीनों पर क्यों ध्यान दे रही है? भाजपा का असली इरादा उन जमीनों को अपने करीबी पूंजीपतियों को सौंपना है।”
ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सार्वजनिक संपत्तियों और संस्थानों का निजीकरण कर रही है, जिससे आम जनता को नुकसान हो रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि “अगर सब कुछ बेच ही देना है, तो सरकार की क्या जरूरत है?”
उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का भी आरोप लगाया और कहा कि विपक्षी नेताओं की आवाज दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
सभा में ठाकरे ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि “देश में जो माहौल बनाया जा रहा है, वह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।”
उन्होंने जनता से अपील की कि वे इन मुद्दों को समझें और आने वाले चुनावों में अपने विवेक का प्रयोग करें।
यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में चुनावी माहौल बना हुआ है और विपक्षी दल लगातार भाजपा पर हमला बोल रहे हैं।