12 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में FIDE वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर गुकेश ने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया
12 दिसंबर 2024 को सिंगापुर में FIDE वर्ल्ड शतरंज चैंपियनशिप जीतकर गुकेश ने भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया
गुकेश डी, भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। यह उपलब्धि आखिरी बार आनंद ने 2007 में हासिल की थी
गुकेश डी, भारत के लिए विश्व चैंपियनशिप जीतने वाले दूसरे खिलाड़ी बन गए। यह उपलब्धि आखिरी बार आनंद ने 2007 में हासिल की थी
गुकेश ने केवल 18 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन का 22 साल में चैंपियन बनने का रिकॉर्ड तोड़ा।
गुकेश ने केवल 18 साल की उम्र में विश्व चैंपियन बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन का 22 साल में चैंपियन बनने का रिकॉर्ड तोड़ा।
नौवें राउंड के बाद कार्लसन ने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि गुकेश जीतेंगे।" लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन से यह गलत साबित कर दिया।
नौवें राउंड के बाद कार्लसन ने कहा था, "मुझे नहीं लगता कि गुकेश जीतेंगे।" लेकिन उन्होंने शानदार प्रदर्शन से यह गलत साबित कर दिया।
गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में डिंग लिरेन को हराकर शतरंज की दुनिया का सबसे बड़ा खिताब अपने नाम किया। फाइनल मैच में डिंग लिरेन सफेद मोहरों से खेल रहे थे, जबकि गुकेश काले मोहरों से। उनकी सूझबूझ और रणनीति ने उन्हें विजेता बनाया।
गुकेश ने निर्णायक 14वें गेम में डिंग लिरेन को हराकर शतरंज की दुनिया का सबसे बड़ा खिताब अपने नाम किया। फाइनल मैच में डिंग लिरेन सफेद मोहरों से खेल रहे थे, जबकि गुकेश काले मोहरों से। उनकी सूझबूझ और रणनीति ने उन्हें विजेता बनाया।
चैंपियन बनने से पहले गुकेश की नेटवर्थ ₹8.26 करोड़ थी। अब यह ₹20 करोड़ के पार पहुंच गई है।
चैंपियन बनने से पहले गुकेश की नेटवर्थ ₹8.26 करोड़ थी। अब यह ₹20 करोड़ के पार पहुंच गई है।
फाइनल में खेल रहे खिलाड़ियों को हर मैच जीतने पर 20,000 डॉलर (₹1.69 करोड़) की बड़ी रकम मिली।
फाइनल में खेल रहे खिलाड़ियों को हर मैच जीतने पर 20,000 डॉलर (₹1.69 करोड़) की बड़ी रकम मिली।
डी गुकेश, चेन्नई के निवासी हैं। उनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। बचपन से ही शतरंज में उनकी लगन ने उन्हें यह मुकाम दिलाया।
डी गुकेश, चेन्नई के निवासी हैं। उनका पूरा नाम डोम्माराजू गुकेश है। बचपन से ही शतरंज में उनकी लगन ने उन्हें यह मुकाम दिलाया।