भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज हाल ही में चर्चा का विषय बने, जब उन्होंने एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी के दौरान एक ऐसी गेंद डाली, जिसकी रफ्तार 181.6 किमी/घंटा दर्ज की गई। हालांकि बाद में यह तकनीकी गड़बड़ी साबित हुई, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर इस सवाल को हवा दी कि आखिर क्रिकेट में 5 सबसे तेज गेंदबाज कौन थे?
क्रिकेट के इतिहास में कुछ ऐसे गेंदबाज हैं, जिनकी गेंदों की गति इतनी तेज थी कि बल्लेबाज उनके सामने खड़े होने से पहले ही सोचते थे, “क्या अब मैं बच पाऊँगा?” इन गेंदबाजों की रफ्तार ने न केवल विपक्षी टीमों को डराया, बल्कि क्रिकेट के इतिहास को भी एक नया आयाम दिया। तो चलिए, हम आपको बताते हैं उन पांच खौ़फनाक तेज गेंदबाजों के बारे में, जिनकी गेंदों के सामने बल्लेबाजों के रिफ्लेक्स भी काम नहीं करते थे!
5 सबसे तेज़ गेंदबाज
1. शोएब अख्तर: रावलपिंडी एक्सप्रेस
पाकिस्तान के शोएब अख्तर का नाम क्रिकेट की दुनिया में सबसे तेज गेंदबाजों के रूप में लिया जाता है। उन्हें “रावलपिंडी एक्सप्रेस” के नाम से जाना जाता था, और इस नाम की पूरी सटीकता उनके खेल में दिखाई देती थी। शोएब ने अपनी रफ्तार से दुनिया को हैरान कर दिया था, जब उन्होंने 2003 के वर्ल्ड कप में 161.3 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद डाली। उनकी गेंदों की आवाज इतनी तेज होती थी कि जैसे ही गेंद गेंदबाज के हाथ से निकलती, बल्लेबाजों को यह अहसास हो जाता कि वे एक खतरनाक रॉकेट का सामना करने वाले हैं। हालांकि उनका करियर चोटों के कारण छोटा रहा, लेकिन उनकी गेंदबाजी की रफ्तार ने उन्हें हमेशा यादगार बना दिया।
2. वसीम अकरम: स्विंग का बादशाह
पाकिस्तान के वसीम अकरम को “स्विंग का बादशाह” कहा जाता है, लेकिन उनकी गेंदबाजी की गति भी किसी से कम नहीं थी। अकरम की गेंदों का तेज और स्विंग दोनों का मिश्रण बल्लेबाजों के लिए एक डरावना अनुभव था। 161.3 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद डालने वाले अकरम ने अपनी गेंदबाजी से सिर्फ विकेट नहीं बल्कि विपक्षी टीमों के दिल भी जीते थे। उनकी तकनीक इतनी बेहतरीन थी कि बल्लेबाज उनके सामने खुद को असहज महसूस करते थे। अकरम का खेल एक ऐसी किताब की तरह था जिसे हर क्रिकेट प्रेमी ने बार-बार पढ़ा।
3. शेन वार्न: जादुई स्पिन और तेज रफ्तार का अद्भुत संगम
ऑस्ट्रेलिया के शेन वार्न को लोग एक शानदार स्पिन गेंदबाज के रूप में जानते हैं, लेकिन उनकी गेंदों की गति और स्विंग ने बल्लेबाजों के लिए समस्याएँ खड़ी कर दी थीं। वार्न का गेंदबाजी का तरीका अद्भुत था — उनकी गेंदें तेज भी होती थीं और उनका स्पिन भी बल्लेबाजों को चकरा देता था। उनका तेज स्पिन, जैसा कि वह अक्सर कहते थे, विरोधियों के लिए हर बार नई चुनौती साबित होता था। शेन वार्न की गेंदों में जो खौ़फ था, वह सिर्फ उनकी स्पिन में नहीं बल्कि उनकी रफ्तार में भी था। उनका वह खतरनाक जादू, जो बल्लेबाजों को हर बार परेशान करता था, क्रिकेट के इतिहास में अमर हो गया है।
4. ब्रेथ ली: तूफानी बाउंसर का बादशाह
ऑस्ट्रेलिया के ब्रेथ ली को “क्रिकेट का रॉकेट” कहा जाता था। उनकी गेंदबाजी की रफ्तार और आक्रामकता ने कई बल्लेबाजों को दहशत में डाल दिया था। ब्रेथ ली 161.1 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी करते थे, और उनकी बाउंसर इतनी खतरनाक होती थी कि कई बार बल्लेबाजों के रिफ्लेक्स भी काम नहीं आते थे। ब्रेथ ली के करियर में उनकी गेंदों की रफ्तार के साथ-साथ उनका मानसिक दबाव भी महत्वपूर्ण था। उनकी गेंदबाजी पर एक ऐसा खौ़फ था, जो क्रिकेट के मैदान पर हर खिलाड़ी को महसूस होता था।
5. नौमैन खान: वेस्ट इंडीज की तेज गेंदबाजी का सितारा
वेस्ट इंडीज के नौमैन खान का नाम क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज गेंदबाजों में लिया जाता है। उन्होंने 160.6 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंद डाली थी, और उनकी गेंदों में जो खतरनाक गति थी, वह बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। नौमैन खान का तेज गेंदबाजी का अंदाज और उनकी ताकत वेस्ट इंडीज के आक्रमण का एक अभिन्न हिस्सा थी। उनकी गेंदों का डर उस समय के बल्लेबाजों के दिलों में हमेशा बसा रहा। उनका दबदबा इतना था कि एक समय में उनकी गेंदों का सामना करना कोई आसान काम नहीं था।
इन पांच गेंदबाजों की तेज गेंदों ने क्रिकेट की दुनिया को एक नया आयाम दिया। इनकी रफ्तार और तकनीक ने बल्लेबाजों को हमेशा चिंता में रखा। चाहे वह शोएब अख्तर की रॉकेट जैसी गेंदें हों, ब्रेथ ली की तूफानी बाउंसर, या वसीम अकरम का स्विंग – इनकी गेंदबाजी ने विरोधियों को खौ़फ के साये में डाल दिया। क्रिकेट के इतिहास में इन गेंदबाजों का योगदान हमेशा याद रखा जाएगा, और उनकी तेज गेंदों ने हमेशा क्रिकेट की दुनिया को रोमांचक बना दिया।
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