झारखंड में अवैध अफीम की खेती के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए 4000 एकड़ से अधिक क्षेत्र में लगी फसल नष्ट कर दी है। राज्य के विभिन्न जिलों में चल रहे इस अभियान के तहत 30 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि 100 से अधिक लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस की इस कार्रवाई का सबसे ज्यादा असर खूंटी, रांची, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, हजारीबाग, गढ़वा, लातेहार, चतरा और पलामू जिलों में देखने को मिला है, जहां अफीम की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही थी।
रांची जिले में 159 एकड़ में फसल नष्ट, चार गिरफ्तार
रांची जिले में पुलिस ने बुंडू अनुमंडल क्षेत्र में 159 एकड़ भूमि में अवैध रूप से उगाई गई अफीम की फसल को नष्ट कर दिया। डीएसपी ओमप्रकाश के नेतृत्व में यह अभियान तमाड़, बुंडू, राहे, सोनाहातू और दशमफॉल थाना क्षेत्रों में चलाया गया। पुलिस ने इस दौरान ट्रैक्टर और हल की मदद से अफीम की फसल को पूरी तरह नष्ट कर दिया।
अभियान के दौरान पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया, जो अफीम की खेती की देखरेख कर रहे थे। इनमें दो आरोपी डेरों गांव और दो आरोपी मनिकाडीह गांव से पकड़े गए। पुलिस के पहुंचते ही आरोपी भागने लगे, लेकिन जवानों ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया। डीएसपी ओमप्रकाश ने बताया कि बुंडू अनुमंडल क्षेत्र में अफीम की अवैध खेती के खिलाफ लगातार कार्रवाई जारी है। इससे पहले भी कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है।
हजारीबाग में 70 एकड़ में नष्ट हुई अफीम की फसल
हजारीबाग जिले में भी पुलिस ने अवैध अफीम की खेती के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि चौपारण के जंगलों में बड़े पैमाने पर अफीम की खेती की जा रही है। इसके बाद एसपी अरविंद कुमार सिंह के निर्देश पर पुलिस टीम ने रविवार सुबह अभियान चलाया। पुलिस ने चौपारण के जंगलों में पहुंचकर 70 एकड़ भूमि में फैली अफीम की फसल को ट्रैक्टर की मदद से नष्ट कर दिया।
झारखंड में खूंटी जिला अफीम की खेती का सबसे बड़ा केंद्र बनकर उभरा है। पुलिस ने यहां अब तक 1,641 एकड़ में उगाई गई अफीम की फसल नष्ट कर दी है। खूंटी पुलिस की कार्रवाई के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने भी आगे आकर 237 एकड़ में खुद अपनी फसल नष्ट कर दी। अवैध अफीम की खेती के खिलाफ झारखंड के अन्य जिलों में भी पुलिस ने सख्त कदम उठाए हैं। पश्चिमी सिंहभूम जिले में 214 एकड़ भूमि पर उगाई गई अफीम की फसल को नष्ट किया गया है। सरायकेला-खरसावां जिले में भी पुलिस ने 250 एकड़ भूमि पर फैली अफीम की खेती पर ट्रैक्टर चलाया।
पलामू जिले में 200 एकड़ भूमि, गढ़वा में 250 एकड़ और हजारीबाग जिले में 150 एकड़ से अधिक भूमि में उगाई गई अफीम की खेती को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया है।
IG का सख्त संदेश: अफीम की खेती बर्दाश्त नहीं
रांची प्रक्षेत्र के IG अखिलेश झा ने कहा कि राज्य सरकार अवैध अफीम की खेती के खिलाफ ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति अपना रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि रैयती, वन भूमि या सरकारी जमीन पर अफीम की खेती करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। अगर लोग खुद इसे नष्ट नहीं करेंगे, तो पुलिस इसे खत्म करेगी और आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा जाएगा।
दिसंबर से चल रहे इस अभियान के तहत पुलिस ने अब तक हजारों एकड़ में अफीम की फसल नष्ट कर दी है। पुलिस का कहना है कि खूंटी, रांची, सरायकेला-खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम, हजारीबाग, गढ़वा, लातेहार, चतरा और पलामू जिले इस अभियान का मुख्य केंद्र रहे हैं। इन जिलों में सबसे बड़े पैमाने पर कार्रवाई हुई है और पुलिस लगातार इस अवैध कारोबार को खत्म करने में जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जब तक झारखंड से पूरी तरह अफीम की खेती समाप्त नहीं हो जाती, तब तक यह अभियान जारी रहेगा।
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