शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए 3 छात्रों की मौत हुई थी। इस मामले में पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार भी किया था। आज उनलोगों की कोर्ट में पेशी थी। गिरफ्तार हुए एक व्यक्ति, मनोज कथूरिया के वकील राजेश मल्होत्रा ने मीडिया को बताया कि ” यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पुलिस यह नही बता पाई की उन्होंने किस आधार पर उन पांच व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। मै मनोज कथूरिया का वकील हूं, कल उनके ज़मानत के लिए कोर्ट में हम याचिका दाखिल करेंगे। मनोज कथूरिया को गिरफ्तार करने के पीछे जो थ्योरी पुलिस द्वारा दी गई वह बिलकुल निराधार है।यह मामला सरकारी प्राधिकरण की विफलता का स्पष्ट उदाहरण है।सभी पांचों आरोपियों को 12 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।”
इस मामले में आम आदमी पार्टी ने लाइव आकर दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने बयान दिया। जिसमे उन्होंने कहा कि “27 जुलाई को यहां कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। घटना की जानकारी मिलते ही मैं तुरंत मौके पर पहुंची और घटना का जायजा लिया। मैंने एमसीडी कमिश्नर को पत्र लिखकर निर्देश दिया कि दिल्ली में जो भी कोचिंग सेंटर अवैध रूप से चल रहे हैं या एमसीडी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए। एमसीडी ने राजिंदर नगर में सीलिंग अभियान चलाया जिसमें ऐसे 13 कोचिंग सेंटर सीज किए गए। आज भी राजिंदर नगर में सीलिंग अभियान चला और 6 कोचिंग संस्थान सील किए गए, अतिक्रमण अभियान भी चलाया गया। मुखर्जी नगर में भी सीलिंग अभियान चलाया गया। जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया और एक असिस्टेंट इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया। अवैध रूप से चल रहे ऐसे किसी भी कोचिंग सेंटर को बख्शा नहीं जाएगा।”
दिल्ली एलजी ऑफिस ने बताया कि घटना में मरे परिजनों को 10 लाख रुपए प्रति परिवार आर्थिक सहायता दी जाएगी।
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