बड़ी खबर आ रही है दिल्ली से जहां बताया जा रहा है की बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक बीच में ही छोड़ दिया। बताते चले की ममता बनर्जी नीति आयोग के इस बैठक में शामिल होने के लिए कल ही दिल्ली पहुंच गई थी। इसी बीच उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात भी की। परंतु जिस उद्देश्य से वह दिल्ली आई थी उस नीति आयोग के बैठक के बीच से ही वह बाहर निकल आई है।
हालांकि अनुमान लगाया जा रहा था की सारे INDI नेताओं के खिलाफ जाकर वह नीति आयोग के बैठक में शामिल हुई थी। सूत्रों के हवाले से पता चला कि वह बजट में बंगाल के साथ हुए ना इंसाफी पर सवाल उठाने के लिए बैठक में हुई थी। वह बंगाल को इंसाफ दिलाना चाहती थी। परंतु अब वह बैठक को बीच में ही छोड़कर बाहर निकल आई है।
बैठक छोड़ निकलने की वजह
उन्होंने अपने बयान में यह कहा – “मुझे केवल पांच मिनट बोलने की अनुमति दी गई जबकि मुझसे पहले अन्य लोग 20 मिनट तक बोले। मैंने अपना विरोध दर्ज कराया और बाहर आ गई,”। बनर्जी ने कहा, “मैं पश्चिम बंगाल को केंद्रीय धन नहीं दिए जाने के बारे में बात कर रही थी, तभी उन्होंने मेरा माइक बंद कर दिया”।उन्होंने BJP के नेताओं पर यह भी आरोप लगाया कि वह लोग धर्म की राजनीति कर रहे हैं और इसी वजह से वह बैठक बीच में छोड़कर आ गई।
पहले भी कर चुकी है ऐसा
ऐसा पहले भी कई बार देखा गया है कि जब भी ममता बनर्जी को उनकी बात रखने का मौका ना मिला हो और बैठक बीच में छोड़कर उठ जाती हैं इस पर भी कुछ वैसा ही मंजर दोहराता हुआ दिख रहा है । नीति आयोग की बैठक अभी भी जारी है पर ममता बनर्जी बाहर आ चुकी है उनके बाहर आने के मुख्य वजह उन्हें उनको अपनी बात रखने का मौका न दिया जाना बताया जा रहा है।
ममता बनर्जी का बैठक यूँ बीच में छोड़ करके निकल आना अब एक बड़ा सियासी सवाल उठा रहा है । गैर भाजपा शासित राज्यों ने पहले ही इस बैठक का बहिष्कार कर दिया था किंतु उसके खिलाफ जाते हुए ममता बनर्जी ने इस बैठक में शामिल होने का निर्णय लिया था। अब देखना यह है की बैठा बैठक को बीच मैं छोड़कर निकलने से क्या सियासी बवाल मचता है।