वायनाड में भूस्खलन से 300 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। भूटान के प्रधान मंत्री शेरिंग टोब्गा ने इस पर शोक जताते हुए एक्स पर कहा “मैं भारत के केरल में वायनाड भूस्खलन के कारण हुई तबाही से बहुत दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ितों, उनके परिवारों और वायनाड के पूरे समुदाय के साथ हैं।”
विश्व के कई अन्य नेताओं ने भी भुस्खलन के कारण जान गवाने वाले लोगों के प्रति शोक व्यक्त किया। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और प्रथम महिला जिल बिडेन ने भारत के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा, “जिल और मैं भारत के केरल राज्य में घातक भूस्खलन से प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।” उनहोंने आगे कहा कि “हमारी प्रार्थनाएँ इस दुखद घटना के पीड़ितों के साथ हैं, और हम उन परिवारों के साथ शोक मनाते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। हम जटिल पुनर्प्राप्ति प्रयास का समर्थन करने वाले भारतीय सेवा सदस्यों और प्रथम उत्तरदाताओं की बहादुरी की सराहना करते हैं।”
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भी 31 जुलाई को भूस्खलन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को शोक संदेश भेजा था। “रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने केरल में भूस्खलन के दुखद परिणामों पर भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को शोक संदेश भेजा।” भारत में रूसी दूतावास ने एक्स पर कहा। पुतिन ने भूस्खलन से प्रभावित लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना और समर्थन की पेशकश की और शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।
भारत में ईरान दूतावास ने एक्स पर कहा, “हमारी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने इस दुखद आपदा में अपने प्रियजनों को खो दिया है।”
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