कांग्रेस नेता और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष (LoP) राहुल गाँधी ने डलास में आयोजित भारतीय प्रवासी कार्यक्रम में भाषण देते हैं कहा इस साल की शुरुआत में लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद भारत में कोई भी भारतीय जनता पार्टी या प्रधान मंत्री से नहीं डर रहा था।
राहुल गाँधी ने कहा कि, “RSS का मानना है कि भारत एक विचार है और कांग्रेस का मानना है कि भारत विचारों की बहुलता है।” उन्होंने अपने भाषण में इस बात पर जोर दिया कि प्रत्येक व्यक्ति को उसकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा और इतिहास की परवाह किए बिना स्थान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ” हम मानते हैं कि, संयुक्त राज्य अमेरिका की तरह, हमारा मानना है कि हर किसी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए। हमारा मानना है कि हर किसी को भाग लेने की अनुमति दी जानी चाहिए।”
बीजेपी के हिंदुत्व विचारधारा पर हमला कार्ड हुए उन्होंने कहा, हर किसी को उनकी जाति, भाषा, धर्म, परंपरा, इतिहास की परवाह किए बिना जगह दी जानी चाहिए और यह लड़ाई चुनाव में स्पष्ट हो गई जब भारत के लाखों लोगों ने स्पष्ट रूप से समझा कि भारत के प्रधान मंत्री हैं भारत के संविधान पर हमला कर रहा है क्योंकि जो मैं आपसे कह रहा हूं, राज्यों का संघ, भाषाओं का सम्मान, धर्मों का सम्मान, परंपराओं का सम्मान, जातियों का सम्मान यह सब संविधान में है।
उन्होंने यह भी बताया कि कैसे उन्होंने संसद में अपने पहले संबोधन में ‘अभयमुद्रा’ का वर्णन किया था और बीजेपी इसे बर्दाश्त नहीं कर पाई थी। उन्होंने कहा कि अभयमुद्रा निर्भयता का प्रतीक है और कहा कि यह हर भारतीय धर्म में मौजूद है।
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