राजस्थान: अजमेर जिले में रविवार को मालगाड़ी को पटरी से उतारने की एक गंभीर कोशिश सामने आई है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, पश्चिमी समर्पित मालवाहक गलियारे (Western Dedicated Freight Corridor) की पटरियों पर दो भारी सीमेंट ब्लॉक रखे गए थे। इन ब्लॉकों का वजन लगभग 70 किलोग्राम था। अजमेर में, घटना के दौरान, एक लदी हुई मालगाड़ी इन ब्लॉकों से टकराई, लेकिन कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई। उत्तर पश्चिम रेलवे के एक अधिकारी ने बताया, “कुछ बदमाशों ने समर्पित मालवाहक गलियारे पर पटरियों पर दो सीमेंट ब्लॉक रखे थे। मालगाड़ी इनसे टकराई, लेकिन सौभाग्य से कोई नुकसान नहीं हुआ।”
इससे पहले, रविवार रात करीब 8:30 बजे उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक सनसनीखेज साजिश का पर्दाफाश हुआ। प्रयागराज से भिवानी की ओर बढ़ रही कालिंदी एक्सप्रेस को निशाना बनाकर धमाके से उड़ाने की योजना बनाई गई थी। रेलवे ट्रैक पर रखे एलपीजी सिलेंडर से ट्रेन की टक्कर हुई, जिससे जोरदार धमाका हुआ। मौके पर पेट्रोल से भरी बोतलें, माचिस, और विस्फोटक सामग्री भी बरामद हुई, जो इस षड्यंत्र की गंभीरता को और गहरा कर देती है। अब जांच एजेंसियां इस घटना को आतंकी साजिश के नजरिए से परख रही हैं, जिससे पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश हो रही है।
सुरक्षा पर सवाल और आगे की कार्रवाई
अजमेर और कानपुर में लगातार हो रही इन घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं। ऐसे कृत्य न केवल रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचा सकते हैं, बल्कि बड़ी जानमाल की हानि का कारण भी बन सकते हैं। दोनों मामलों में स्थानीय और केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी हैं, ताकि साजिशकर्ताओं को जल्द से जल्द पकड़ कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके।रेलवे सुरक्षा बल और अन्य संबंधित एजेंसियों को इन घटनाओं से सबक लेते हुए सुरक्षा उपायों को और भी सख्त करने की जरूरत है। विशेषकर, रेलवे पटरियों की नियमित निगरानी और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।
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