2 सितंबर को झारखंड के सभी पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। आईएमए सभागार में हुए ‘झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन’ की बैठक में यह फैसला लिया गया।
पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन की माँग
पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष अशोक सिंह ने मांग की है की वैट को 5% कम किया जाए। उन्होंने कहा की वैट कम करने से सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी होगी। अशोक सिंह ने कहा की रघुवर दास सरकार में वैट की बढ़ोतरी की गयी थी। बता दे की झारखण्ड के सभी पड़ोसी राज्यों में वैट यहाँ के मुकाबले कम है। पेट्रोलियम डीलर्स के अध्यक्ष ने यह याद दिलाया की बिहार ने कुछ ही महीने पहले वैट कम किया था। याद दिला दे की इससे पहले 21 दिसंबर 2021 को भी राज्य भर के सभी पेट्रोल पंप बंद थे। तब यह सुबह 6 से शाम 6 तक बंद थे। उन्होंने यह कहा की “कल से पेट्रोल पंप के मालिक और सभी कर्मचारी काला बिल्ला लगाएंगे। जितने भी संसद, विधायक, अधिकारी है उनको हम मांग पत्र देंगे। जिसमें वैट घटने का सभी नफा नुकसान रहेगा। जनता को इससे क्या फायदा होगा।”
अशोक सिंह ने पेट्रोल डीलर की परेशानी बताई। उन्होंने कहा की डीलर्स को सभी पैसा पहले ही देना पड़ता है। सरकारी बकाया देने का एक समय निश्चित करना चाहिए। उन्होंने आगे कहा की डीलर्स को या तो अपने पैसे से पेट्रोल खरीदना पड़ता है क्योंकि इस में पैसा पहले ही देना होता है। या फिर बैंक से लोन लेकर खरीदना पड़ता है। जिस पर उन्हे ब्याज़ देना पड़ता है।
बता दे की झारखंड में डीज़ल पड़ोसी राज्यों से आते हैं। रिलायंस, भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल, नायरा, हिंदुस्तान ऑयल सभी कंपनी डीज़ल मुगल सराय, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल से लाते हैं।
वित्त वर्ष के पहले तिमाही में एक लाख 10 हजार रूपये का पेट्रोल झारखंड ने आयात किया है।
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