प्रधानमंत्री मोदी आज महात्मा मंदिर, गांधीनगर, गुजरात पहुँच कर चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (RE-INVEST) का उद्घाटन किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी मौजूद रहे।
नरेंद्र मोदी ने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और एक्सपो (RE-INVEST) में भाग लिया। इस आयोजन में जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, डेनमार्क और नॉर्वे भाग ले रहे हैं। गुजरात मेजबान राज्य है और आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना और उत्तर प्रदेश राज्य भागीदार राज्य के रूप में भाग ले रहे हैं।
प्रधानमंत्री का संबोधन
उद्घाटन समारोह में पीएम मोदी ने कहा कि,”यह री-इन्वेस्ट सम्मेलन का चौथा संस्करण है। आने वाले तीन दिनों में ऊर्जा, प्रौद्योगिकी और नीतियों के भविष्य पर गंभीर चर्चा होगी। हमारे सभी सीएम भी यहां हैं।” प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि,”देश के गरीबों, दलितों और वंचित वर्गों को विश्वास है कि हमारा तीसरा कार्यकाल उनके सम्मान के जीवन की गारंटी बनेगा। 140 करोड़ भारतीय भारत को दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाने के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं।”
मोदी ने कहा कि, “यह 2047 तक भारत को विकसित बनाने की हमारी कार्ययोजना का हिस्सा है। हमारी योजना का ट्रेलर इसमें लिए गए निर्णयों में दिखाई देता है। सौर ऊर्जा नीति बनाने वाला गुजरात देश का पहला राज्य था। सबसे पहले गुजरात में नीति बनी और फिर हम राष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़े। जलवायु मंत्रालय बनाने में गुजरात आगे रहा। जब अन्य राज्यों में सौर ऊर्जा की चर्चा भी नहीं होती थी, तब गुजरात में 100 मेगावाट के सौर संयंत्र पहले से ही लगाए जा रहे थे।”
जलवायु परिवर्तन पर मोदी
”जब दुनिया में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उभरा भी नहीं था, तब महात्मा गांधी ने दुनिया को सचेत किया था। उनका जीवन न्यूनतम कार्बन फुटप्रिंट वाला था। उन्होंने कहा था कि पृथ्वी के पास पर्याप्त संसाधन हैं।” हमारी ज़रूरतें पूरी करें लेकिन लालच नहीं। हमारे लिए, हरित भविष्य और नेट ज़ीरो केवल कुछ फैंसी शब्द नहीं हैं बल्कि वे भारत की प्रतिबद्धता हैं।” आज का भारत अगले 1000 वर्षों के लिए आधार तैयार कर रहा है शीर्ष पर पहुंचें लेकिन शीर्ष पर बने रहने के लिए भी। प्रधानमंत्री ने जलवायु परिवर्तन पर बात करते हुए कहा।
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