विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर बताया कि “प्रवर्तन निदेशालय उनके खिलाफ छापेमारी की योजना बना रही है। उन्हें मेरा बजट 2024 पर दिया गया ‘ चक्रव्यूह’ भाषण पसंद नहीं आया, इसलिए मेरे खिलाफ रेड की तैयारी कर रहे हैं । वह प्रवर्तन निदेशालय का चाय, बिस्किट लेकर इंतजार करेंगे।”


गुरुवार, 29 जुलाई को राहुल गांधी ने संसद में बोला था कि केंद्र सरकार ने 2024 का बजट सुना कर देश में डर का माहौल फैला दिया है। केवल यही नहीं, उन्होंने आम जनता के आगे और पीछे दोनों तरफ से खंजर घोंपा हैं।


राहुल गांधी ने संसद में चक्रव्यूह का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने यहां महाभारत के चक्रव्यूह का हवाला दिया जिसे डर का चक्रव्यूह भी कहते हैं। इसी चक्रव्यूह के कारण महाभारत में अभिमन्यु की मृत्यु हुई थी। राहुल ने कहा कि अपने छाती पर कमल का  फुल दर्शाने वाले प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश को भय के चक्रव्यूह में घेर लिया है।


विपक्ष के नेता ने यह बात 6 लोगों द्वारा चक्रव्यूह संबंधी बयान पर निशाना साधते हुए कहा था। उन्होंने संसद में यह भी कहा कि “मुझे उम्मीद थी कि यह बजट चक्रव्यूह की ताकत को कमजोर करेगा। हालांकि, इस बजट का एकमात्र उद्देश्य बड़े व्यवसायों, एकाधिकार व्यवसायों और राजनीतिक एकाधिकार के ढांचे को मजबूत करना है, जो लोकतांत्रिक संरचनाओं को नष्ट करते हैं। इस चक्रव्यूह ने नोटबंदी, जीएसटी और कर आतंकवाद के जरिए एमएसएमई पर हमला किया है।”

उन्होंने भारत को चक्रव्यूह में फंसाने वाले कुछ संस्थानों के नाम लिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत को चक्रव्यूह में तीन शक्तियों ने फंसाया है। वे तीन नाम हैं – एकाधिकार पूंजी का विचार, राजनीतिक एकाधिकार, और कुछ सरकारी एजेंसियां जैसे सीबीआई और ईडी।


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