शुक्रवार, 23 अगस्त को झारखंड मुक्ति मोर्चा ने पूरे झारखंड में ‘झारखंडी अधिकार मार्च’ निकाला। जेएमएम का कहना है कि यह अधिकार मार्च झारखंड के अधिकार और हक के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ यह प्रदर्शन करने के लिए है। पार्टी का यह भी कहना है कि झारखंड की जनता अब जाग चुकी हैं। उन्हें अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाना और अपना हक मांगना आता है।


झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केंद्र सरकार पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गलत इल्जाम में गिरफ्तार करने का भी आरोप लगाया है। अभी हाल में ही 21 तारीफ को भारत में बंद में भी झारखंड में आरक्षण को लेकर लोगों ने प्रदर्शन किया था।


पार्टी का कहना है कि भाजपा की जितने साल झारखण्ड में सरकार थी उन्होंने जनता के लिए कुछ भी नहीं किया। झारखंड के लोगों ने जब भाजपा को हटा कर जेएमएम को जीत दिलाई, उसके बाद से ही भाजपा ने झारखंड को अधिकार से वंचित रखा है। एक आदिवासी नेता सालों से झारखंड को विकाश की ओर लेकर जा रहा है, वह उनसे नहीं देखा जा रहा है।


जेएमएम का कहना है कि भाजपा ने हमारी सरकार गिराने के बहुत प्रयास किए हैं लेकिन उसमें असमर्थ रही है। सरकार न गिरा पाने के कारण भाजपा ने सोरेन को झूठे केस में अन्दर करना चाहा था। उनका यह भी कहना है कि ईडी और सीबीआई जैसे संस्थान केंद्र सरकार के कहने पर ही काम करते हैं। हालांकि, कोर्ट ने सोरेन को जमानत देकर साबित किया है कि सच्चाई की हमेशा ही जीत होती है।


उनका यह भी कहना था कि झारखंड की जनता अब इस बात को समझ चुकी है। उन्हें पता चल चुका है कि भारत झारखंड के लोगों के खिलाफ षडयंत्र कर रही है।

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