केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन की घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 308 हो गई है, जबकि सैकड़ों लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं। इस भयावह स्थिति ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। इस बीच, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा वायनाड के दौरे पर हैं और वहां के लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
राहुल गांधी का वायनाड दौरा
अपने दौरे के दूसरे दिन राहुल गांधी ने इसे एक भयानक त्रासदी बताया और कहा, “हम उनकी मदद करने के लिए यहां आए हुए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस वायनाड में भूस्खलन पीड़ितों के लिए 100 घर बनाएगी। राहुल गांधी ने कहा कि वह यहां के हालात का बारीकी से आकलन कर रहे हैं और जो भी जरूरी कदम होंगे, वे उठाए जाएंगे।
घटनास्थल पर कांग्रेस का आकलन
राहुल गांधी ने बातचीत में बताया, “मैं कल से ही यहां हूं, कल हम घटनास्थल पर गए थे, हम शिविरों में गए थे, हमने यहां की स्थिति का आकलन किया।” उन्होंने कहा कि आज उनकी प्रशासन और पंचायत के साथ बैठक हुई, जिसमें संभावित हताहतों की संख्या, क्षतिग्रस्त हुए घरों की संख्या और उनकी रणनीति के बारे में जानकारी दी गई। इस दौरान उन्होंने देखा कि कई घर पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके हैं और लोग अस्थायी शिविरों में शरण ले रहे हैं।
कांग्रेस का वायनाड के लिए संकल्प
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस वायनाड में 100 से अधिक घर बनाने का वादा करती है। उन्होंने कहा, “यह एक भयानक त्रासदी है, केरल ने एक इलाके में इस तरह की त्रासदी नहीं देखी है।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि कांग्रेस इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हरसंभव सहायता प्रदान करेगी। उन्होंने स्थानीय नेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ भी विचार-विमर्श किया और राहत कार्यों की समीक्षा की।
केंद्र और राज्य सरकार से अपील
राहुल गांधी ने कहा कि वह इस मुद्दे को दिल्ली में और केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के समक्ष भी उठाएंगे ताकि इसका अलग तरीके से निपटारा किया जा सके। उन्होंने कहा, “यह एक अलग स्तर की त्रासदी है, जिसे गंभीरता से लेना होगा।” राहुल गांधी ने आगे कहा कि राज्य और केंद्र सरकार को मिलकर इस संकट का समाधान ढूंढ़ना चाहिए और प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द पुनर्वासित करना चाहिए।
कांग्रेस का दीर्घकालिक दृष्टिकोण
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस वायनाड के पुनर्निर्माण के लिए दीर्घकालिक योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि केवल घर बनाना ही पर्याप्त नहीं होगा, बल्कि यहां की इंफ्रास्ट्रक्चर और स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी पुनर्जीवित करना होगा। इसके लिए कांग्रेस ने विशेषज्ञों की एक टीम भी गठित की है जो आने वाले महीनों में यहां की स्थिति का अध्ययन करेगी और जरूरी कदम उठाएगी।
वायनाड की इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जहां एक तरफ लोग अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ राहत और पुनर्वास के प्रयास तेज हो गए हैं। कांग्रेस द्वारा किए गए इस वादे से प्रभावित परिवारों को नई उम्मीद मिली है और उन्हें विश्वास है कि जल्द ही वे इस संकट से उबर जाएंगे।
Discover more from The Untold Media
Subscribe to get the latest posts sent to your email.