हर साल 25 दिसंबर को दुनिया भर में एक ऐसा दिन आता है जब लोग न केवल उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं, बल्कि एक दूसरे के साथ हंसी, खुशी और प्यार भी बांटते हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं क्रिसमस (Christmas 2024) की – एक ऐसा त्योहार, जो अब किसी एक देश या धर्म तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पूरी दुनिया में एक बड़े उत्सव का रूप ले चुका है। इस दिन (Christmas 2024) का हर कोई बेसब्री से इंतजार करता है, चाहे वह न्यू यॉर्क के सड़कों पर हो, या भारत के किसी छोटे से शहर में। तो आइए, जानते हैं कि यह जश्न पूरी दुनिया में कैसे और कहां मनाया जाता है, और किस तरह के मजेदार और अजीबोगरीब आयोजन होते हैं!
Christmas 2024: क्यों मनाया जाता है क्रिसमस ?
Christmas की शुरुआत ईसाई धर्म से हुई, और यह ईसा मसीह के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। लेकिन धीरे-धीरे, इस पर्व ने विभिन्न संस्कृतियों और देशों में अपने अलग-अलग रूपों में जगह बनाई। शुरुआत में, यह पर्व केवल धार्मिक अनुष्ठानों और प्रार्थनाओं तक सीमित था, लेकिन 19वीं सदी में इसे एक पारिवारिक और सामूहिक उत्सव के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई।
जब यूरोपीय आप्रवासी नए दुनिया में पहुंचे, तो उन्होंने अपने पारंपरिक क्रिसमस उत्सवों को नए परिवेश में अपनाया और फिर यह परंपरा अमेरिकन समाज और अन्य देशों में फैल गई। जर्मन आप्रवासियों ने क्रिसमस ट्री (christmas tree) की परंपरा को लोकप्रिय किया, वहीं आयरिश और अन्य यूरोपीय देशों ने क्रिसमस कैरोल और सामूहिक भोज की परंपराएं दीं।
विश्व भर में मन रहा Christmas का त्योहार
क्रिसमस (Christmas 2024) अब केवल एक धार्मिक पर्व नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक घटना बन चुका है। अमेरिका, यूरोप, एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में इस दिन को अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है, लेकिन हर जगह इसका उद्देश्य एक ही होता है – प्रेम, शांति और एकता का संदेश देना।
अमेरिका में Christmas का उत्सव विशेष रूप से भव्य होता है। न्यू यॉर्क शहर का रॉकफेलर सेंटर क्रिसमस ट्री की लाइटिंग के लिए दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसके अलावा, अमेरिका में घरों को लाइट्स, गहनों और अन्य सजावट से सजाया जाता है। यह दिन परिवारों के साथ बिताने, उपहार देने और सामूहिक भोज का समय होता है। यूरोप में क्रिसमस की परंपराएं बेहद पुरानी हैं। जर्मनी, फ्रांस, इटली और इंग्लैंड जैसे देशों में क्रिसमस को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है। जर्मनी में क्रिसमस ट्री की परंपरा है, वहीं इंग्लैंड में “क्रिसमस कैरोल” गाने का चलन है। फ्रांस में लोग 24 दिसंबर को एक विशेष रात्रिभोज आयोजित करते हैं, जिसे “रेवेयॉन” कहा जाता है।
लैटिन अमेरिकी देशों में क्रिसमस को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मेक्सिको, ब्राजील, अर्जेंटीना और अन्य देशों में क्रिसमस के दौरान रंगीन परेड, संगीत, नृत्य और धार्मिक समारोह होते हैं। यहाँ क्रिसमस का पर्व परिवारों के साथ बिताने का समय होता है, और 24 दिसंबर की रात को “नविवित ईसा मसीह” की पूजा की जाती है।
एशियाई देशों में Christmas (Christmas 2024)
एशिया में भी क्रिसमस के उत्सव का प्रभाव बढ़ा है। भारत, फिलीपींस, जापान और अन्य देशों में क्रिसमस का पर्व मनाया जाता है। फिलीपींस में क्रिसमस को एक महीने पहले से ही मनाना शुरू कर दिया जाता है, और वहाँ के चर्चों में विशेष प्रार्थनाएं होती हैं। जापान में, हालांकि क्रिसमस एक सार्वजनिक अवकाश नहीं है, लेकिन यह दिन एक तरह से उपहार देने और एक साथ खाने का अवसर बन गया है।
क्रिसमस का व्यापारिक पहलू
क्रिसमस न केवल एक धार्मिक और सांस्कृतिक उत्सव है, बल्कि यह एक प्रमुख व्यापारिक अवसर भी है। दुनियाभर में इस समय शॉपिंग मॉल्स और ऑनलाइन दुकानों में भारी छूट और प्रचार किए जाते हैं। उपहार खरीदने की परंपरा ने खुदरा व्यापार को इस दिन के आस-पास तेजी से बढ़ने का मौका दिया है।
क्रिसमस (Christmas 2024) का असली संदेश है – प्रेम, दया, और सामूहिकता। यह पर्व दुनिया भर के लोगों को एकजुट करता है, चाहे उनकी धार्मिक या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। यह दिन हमें यह याद दिलाता है कि जीवन में सबसे महत्वपूर्ण चीज़ें मानवता, प्यार और दूसरों की मदद करना हैं।
इसलिए, चाहे आप न्यू यॉर्क के सड़कों पर हो, या यूरोप के किसी छोटे से गाँव में, क्रिसमस का उत्सव हर जगह एक जैसा ही होता है – यह एक ऐसा समय है जब दुनिया भर के लोग अपनी परेशानियों को भुलाकर एक-दूसरे के साथ खुशियाँ और प्यार बांटते हैं।
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