Navratri colours 2024: नवरात्रि का त्योहार भारतीय संस्कृति का एक अनमोल हिस्सा है, जो शक्ति, श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है। इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा का विशेष महत्व होता है, और इस अवसर पर अलग-अलग रंगों का महत्व भी होता है। प्रत्येक दिन का एक विशेष रंग होता है, जो हमें न केवल उत्सव का आनंद लेने में मदद करता है, बल्कि देवी दुर्गा की कृपा भी प्राप्त करने में सहायक होता है। आइए जानते हैं उन रंगों के बारे में, जिन्हें पहनकर हम देवी दुर्गा को खुश कर सकते हैं।

नवरात्रि रंग (Navratri colours 2024)

2024 में नवरात्रि का पर्व 10 अक्टूबर से शुरू होकर 18 अक्टूबर तक चलेगा। इस बार नवरात्रि के लिए निर्धारित रंग और उनके पीछे का अर्थ समझना न केवल उत्सव को और रंगीन बनाता है, बल्कि भक्तों के लिए भी यह विशेष महत्व रखता है। आइए जानते हैं कि नवरात्रि के इन रंगों का क्या अर्थ है और कैसे हम इन रंगों को अपने जीवन में शामिल कर सकते हैं।

नवरात्रि के पहले दिन: पीला (शुभता का रंग)

नवरात्रि का पहला दिन देवी शैलपुत्री की पूजा के लिए समर्पित होता है। इस दिन का रंग पीला है, जो खुशी, समृद्धि और नई शुरुआत का प्रतीक है। पीला रंग सूरज की रोशनी का प्रतीक है, जो जीवन में ऊर्जा और सकारात्मकता लाता है। इस दिन भक्तों को नए लक्ष्य बनाने और सकारात्मकता से भरा जीवन जीने के लिए प्रेरित किया जाता है।

दूसरा दिन (धैर्य का रंग – हरा)

दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है, और हरा रंग धैर्य और विकास का प्रतीक है। यह रंग प्राकृतिकता और जीवन का संकेत है, जो मन को शांति और संतोष प्रदान करता है। हरा रंग न केवल प्रकृति का रंग है, बल्कि यह नए विचारों और विकास के लिए एक सकारात्मक दृष्टिकोण को भी दर्शाता है। भक्त इस दिन अपने जीवन में स्थिरता और संतुलन बनाने के लिए प्रेरित होते हैं।

तीसरा दिन (ग्रे- गंभीरता की छाया)

जो कभी उथल-पुथल का नहीं, बल्कि स्थिरता और गंभीरता का प्रतीक है। देवी चंद्रघंटा की पूजा के दिन इसे पहनना हमें सिखाता है कि जीवन में स्थिरता ही सच्ची शक्ति है। यह रंग ध्यान की अवस्था का प्रतीक है, जहाँ शांति ही सबसे बड़ा बल है। ग्रे रंग में छिपी शक्ति को महसूस करें, और माँ की कृपा से अपने मन को संतुलन में रखें।

चौथा दिन (संतुलन का रंग – नारंगी)

छठे दिन देवी कात्यायनी की पूजा की जाती है, और नारंगी रंग संतुलन और उत्साह का प्रतीक है। यह रंग आत्मविश्वास और ऊर्जा का संकेत है। नारंगी रंग आत्मनिर्भरता और उत्साह को दर्शाता है। इस दिन भक्तों को अपने जीवन में संतुलन बनाए रखने और नई चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रेरित किया जाता है। यह दिन अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने की प्रेरणा देने वाला होता है।

पांचवा दिन (सफेद – पवित्रता का प्रतीक)

सफेद, जो शांति, पवित्रता और निर्मलता का रंग है। यह माँ स्कंदमाता की गोद जैसा है, जिसमें अपार स्नेह और सुरक्षा का भाव समाहित है। जब हम सफेद पहनते हैं, तो हमें लगता है मानो हम किसी शीतल छाँव में विश्राम कर रहे हों, जहाँ हर तनाव, हर चिंता धुल जाती है।

छठा दिन (लाल – जुनून और शक्ति)

लाल, जो अपने भीतर अनंत शक्ति और साहस को समेटे हुए है। यह माँ कात्यायनी की भक्ति और वीरता का रंग है। जब आप लाल पहनते हैं, तो हर कदम पर आपके भीतर आत्मविश्वास की लहर दौड़ती है। यह रंग हमें सिखाता है कि जीवन में साहस के बिना कोई भी युद्ध जीता नहीं जा सकता।

सातवां दिन नीला – गहराई और अनंतता

नीला रंग गहराई का प्रतीक है। माँ कालरात्रि की पूजा के दिन इसे पहनना हमें यह एहसास कराता है कि हमारी आत्मा भी किसी महासागर की तरह अनंत है। जब आप नीला पहनते हैं, तो ध्यान दीजिए कि यह रंग आपको जीवन के हर पहलू को गहराई से देखने की प्रेरणा दे रहा है।

आठवां दिन (गुलाबी – स्नेह और करुणा)

गुलाबी रंग में वह सौम्यता और मिठास है, जो हर दिल को छू जाती है। यह माँ महागौरी का रंग है, जिनकी कृपा से हमारे जीवन में प्रेम और करुणा का संचार होता है। गुलाबी पहनते ही आप महसूस करेंगे कि हर ओर एक स्नेहिल भावना बिखर रही है, और आप खुद को एक शांत और सौम्य ऊर्जा से घिरा हुआ पाएंगे।

नवें दिन (बैंगनी -आध्यात्मिकता की पराकाष्ठा)

बैंगनी रंग ज्ञान और ध्यान का प्रतीक है। माँ सिद्धिदात्री की आराधना के दिन इसे पहनना हमारे भीतर की आध्यात्मिकता को जागृत करता है। यह रंग हमें हमारे भीतर छिपे रहस्यों को समझने और नई सिद्धियों को पाने की प्रेरणा देता है।

Navratri colours 2024 की तैयारी

इस बार नवरात्रि के रंगों का संयोजन विशेष महत्व रखता है। भक्तों को अपने कपड़ों में इन रंगों को शामिल करके अपने उत्सव को और भी रंगीन और यादगार बनाने का अवसर मिलता है। नवरात्रि का त्योहार न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह रंगों की एक अद्भुत यात्रा है। हर दिन का रंग एक नया संदेश और ऊर्जा लेकर आता है, जो भक्तों को अपनी आस्था के साथ जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। नवरात्रि के इस रंगीन उत्सव में भाग लेते हुए, हम अपने जीवन में सकारात्मकता, प्रेम, और समर्पण का संचार कर सकते हैं। यह पर्व हमें अपने भीतर की शक्तियों को पहचानने और अपनी संस्कृति के प्रति समर्पित रहने का अवसर प्रदान करता है।

तो क्या आपने भी अपने अलग-अलग रंगों वाले कपड़े तैयार कर लिए हैं हमें कमेंट करके जरूर बताएं।

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By Sumedha