बुधवार, 24 जुलाई को इंडिया ब्लॉक के सभी पार्टियों ने मिल कर इस साल के बजट को लेकर संसद में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में अखिलेश यादव, मल्लिकार्जुन खरगे जैसे बड़े  नेताओं ने भाग लिया।


कांग्रेस के सांसद अमरिंदर सिंह राजा  ने बयान दिया कि “हम आज पंजाब के न्याय के लिए विरोध कर रहे हैं।बिहार और आंध्र प्रदेश को सब कुछ दिया गया है। पंजाब को बाढ़ सहायता भी नही प्रदान की गई है। पंजाब में एक भी सीट न जीत पाने के कारण भाजपा ने पंजाब को अनदेखा किया है।”


अखिलेश यादव ने भी मीडिया को बयान देते हुए कहा कि ” हमारी मांग थी कि किसानों को समर्थन मूल दिया जाए लेकिन समर्थन मूल किसानों को न देकर  उनकी सरकार बचाने वाले गठबंधन के साथियों को दिया है। बढ़ती हुई महंगाई को लेकर सरकार ने कोई कदम नही उठाया । उत्तर प्रदेश को कुछ भी नही मिला है। मुझे लगता है कि लखनऊ वालों ने दिल्ली वालों को नाराज़ कर दिया है।”


शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, ” हम बजट में हुए भेदभाव को लेकर  विरोध कर रहे हैं। जिन भी राज्यों में  विपक्ष की सरकार है उसे नजरंजाद किया गया है।हमने कल बजट में ‘पीएम महाराष्ट्र विरोधी योजना’ देखी। महाराष्ट्र सबसे ज़्यादा टैक्स देने वाला राज्य है, फिर भी हमें बदले में अपना हिस्सा नहीं मिलता।”

कांग्रेस के  सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “यह ‘कुर्सी बचाओ बजट’, ‘सत्ता बचाओ बजट’, ‘बदला लो बजट’ है। इस बजट से देश के 90% से अधिक लोग अलग-थलग पड़ गए हैं। मोदी सरकार का ध्यान केवल भाजपा सरकार को बचाने पर है।”

सभी विपक्षी नेताओं के बीच  सरकार के प्रति आक्रोश साफ देखी जा सकती है। वे अपनी नाराज़गी जताने के लिए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।


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