आज अपने कार्यकाल के दूसरे वर्ष पूरा होने पर, राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने एक बार फिर शिक्षक की भूमिका निभाई, जो कभी उनकी पहचान थी। इस अवसर पर, उन्होंने राष्ट्रपति भवन स्थित डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विद्यालय के कक्षा 9 के छात्रों के साथ एक संक्षिप्त किन्तु जीवंत बातचीत की। इस बातचीत के दौरान, उन्होंने प्रकृति संरक्षण और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर छात्रों को शिक्षा दी।

पहले, राष्ट्रपति मुर्मू ने अपनी युवावस्था के समय को याद किया जब वह भी इन छात्रों की तरह थीं। उस दौरान, उन्होंने पौधों और जानवरों की देखभाल के अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे वह अपने गांव में पौधों की देखभाल करती थीं और जानवरों से प्रेम करती थीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि प्रकृति के साथ जुड़ने से हमें मानसिक और शारीरिक लाभ होते हैं।

इसके बाद, छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिक्रिया दी और कई सुझाव भी प्रस्तुत किए। कुछ छात्रों ने प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के उपाय बताए, जबकि अन्य ने वृक्षारोपण और कचरा प्रबंधन के बारे में अपने विचार साझा किए। राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों के सुझावों की सराहना की और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।

इसके अलावा, राष्ट्रपति मुर्मू ने छात्रों को प्रेरित किया कि वे प्रकृति के प्रति संवेदनशील रहें और पर्यावरण की रक्षा के लिए अपने योगदान का महत्व समझें। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी आदतें, जैसे कि पानी की बचत करना, बिजली का सही उपयोग करना, और कचरे को सही तरीके से निपटाना, बड़े बदलाव ला सकती हैं।

छात्रों की सहभागिता

छात्रों ने भी अपनी तरफ से कई सवाल पूछे और अपने विचार साझा किए, जिससे यह सत्र और भी प्रभावी और सार्थक हो गया। इस बातचीत ने न केवल छात्रों को नई जानकारी दी बल्कि उन्हें अपने आसपास के पर्यावरण के प्रति जागरूक भी किया। राष्ट्रपति मुर्मू की यह पहल न केवल शिक्षाप्रद थी, बल्कि प्रेरणादायक भी, जो आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर भविष्य की ओर ले जाने में मदद करेगी।


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By Sumedha