दिल्ली में आयोजित 32वें अंतर्राष्ट्रीय कृषि अर्थशास्त्रियों के सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत में डिजिटल प्रौद्योगिकी के माध्यम से कृषि क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर प्रकाश डाला। अपने संबोधन में उन्होंने बताया कि किस प्रकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत एक क्लिक में मात्र 30 सेकंड में 10 करोड़ किसानों के बैंक खातों में धनराशि ट्रांसफर की जा रही है। इस योजना ने न केवल किसानों के जीवन में आर्थिक स्थिरता लाई है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती प्रदान की है।
डिजिटल फसल सर्वेक्षण और डेटा आधारित निर्णय
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी बताया कि हम डिजिटल फसल सर्वेक्षण के लिए सार्वजनिक डिजिटल बुनियादी ढांचे का विकास कर रहे हैं। इसके माध्यम से किसानों को वास्तविक समय में जानकारी प्राप्त होगी, जिससे वे डेटा आधारित निर्णय ले सकेंगे। इसके अलावा, यह प्रणाली किसानों को फसल की निगरानी, मौसम की जानकारी, और बाजार के रुझान जैसे महत्वपूर्ण डेटा उपलब्ध कराएगी। इससे किसानों की उत्पादन क्षमता में सुधार होगा और कृषि क्षेत्र में समग्र विकास होगा।
भारतीय कृषि परंपरा में विज्ञान की प्राथमिकता
प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय कृषि परंपरा में विज्ञान की प्राथमिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “भारत जितना प्राचीन है, हमारी कृषि और खाद्य परंपराओं में उतनी ही गहरी मान्यताएं और अनुभव शामिल हैं। आज पूरी दुनिया में खाद्य और पोषण को लेकर चिंता है, लेकिन हजारों साल पहले हमारे शास्त्रों में कहा गया था कि ‘अन्न ही सर्वोत्तम पदार्थ है।’ यह बात हमारे प्राचीन ज्ञान और विज्ञान के प्रति सम्मान को दर्शाती है।”
अनुसंधान और विकास में बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि भारत में कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिए सरकार ने कई योजनाएं और परियोजनाएं शुरू की हैं, जिनसे किसानों को नई तकनीकों और उन्नत विधियों का उपयोग करने में मदद मिल रही है। उदाहरण के तौर पर, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली, जैविक खेती, और कृषि यंत्रीकरण जैसी तकनीकों का प्रसार हो रहा है, जिससे किसानों की उत्पादकता और आय में वृद्धि हो रही है।
किसानों के लिए सरकारी सहायता और योजनाएं
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार किसानों को सशक्त बनाने के लिए कई कदम उठा रही है, जिसमें किसान क्रेडिट कार्ड, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, और फसल बीमा योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं के माध्यम से किसानों को वित्तीय सहायता, तकनीकी जानकारी, और सुरक्षा कवच प्रदान किया जा रहा है, जिससे वे अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर तरीके से संचालित कर सकते हैं।
महिला किसानों की भूमिका
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में यह भी कहा कि भारतीय कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, “हमारे देश में महिलाएं कृषि क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं। उनकी मेहनत और समर्पण की बदौलत ही हमारा कृषि क्षेत्र मजबूत हो रहा है। सरकार महिला किसानों के सशक्तिकरण के लिए विशेष योजनाएं चला रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें।”
भविष्य की दिशा
अंत में, प्रधानमंत्री मोदी ने यह स्पष्ट किया कि भारत में कृषि और खाद्य सुरक्षा के लिए उन्नत तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को अपनाया जा रहा है, जिससे न केवल किसानों का जीवन बेहतर होगा, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी मजबूत होगी। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि हर किसान को सशक्त और समृद्ध बनाना। हम सभी को मिलकर इस दिशा में काम करना होगा, ताकि भारत का कृषि क्षेत्र विश्व में एक मिसाल बन सके।”
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