प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 और 4 सितंबर को ब्रुनेई दारुस्सलाम जायेंगे। ब्रुनेई से वह 4 और 5 को सिंगापुर के दौरे पर जायेंगे। मोदी दोनों देशों के बीच के द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा करेंगे। किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा यह ब्रुनेई का पहला दौरा होगा।

भारत और ब्रुनेई के संबंधों के 40 साल पूरे होने पर प्रधानमंत्री यह दौरा करेंगे। मोदी की यात्रा से पहले राष्ट्रीय की राजधानी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस को विदेश मंत्रालय के सचिव पूर्व (Secretary East), जयदीप मजूमदार ने कहा कि,”भारत और ब्रुनेई के बीच रक्षा सहयोग का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है।दोनों देश सहयोग के लिए एक संयुक्त कार्य समूह की स्थापना की दिशा में काम कर रहे हैं।”

दौरे पर विदेश मंत्रालय

प्रधानमंत्री के ब्रुनेई और सिंगापुर की यात्रा का विवरण देते हुए जयदीप ने कहा कि, “पीएम मोदी ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोलकिया के निमंत्रण पर ब्रुनेई की यात्रा कर रहे हैं। इसके बाद वह सिंगापुर के प्रधान मंत्री लॉरेंस वोंग के निमंत्रण पर 4-5 सितंबर को सिंगापुर की यात्रा करेंगे।” ब्रुनेई सुल्तान की पिछली भारत यात्राओं को याद करते हुए उन्होंने कहा, “महामहिम हाजी हसनल बोलकिया ने 1992 और 2008 में भारत का राजकीय दौरा किया और उन्होंने 2012 और 2018 में आसियान(ASEAN) भारत स्मारक शिखर सम्मेलन में भी भाग लिया था।” याद दिला दे की अन्य ASEAN नेताओं के साथ वह भी हमारे गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि थे।

मजूमदार ने ब्रुनेई को भारत की ACT EAST POLICY  और INDO-Pacific के दृष्टिकोण से एक महत्वपूर्ण भागीदार बताया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों ने 2016 में एक समझौता (MOU) पर हस्ताक्षर किए थे और इसे 2021 में नवीनीकृत किया गया था।

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