जनवरी 2025 में मौजूदा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। जिस कारण इस साल के अंत तक झारखंड में विधानसभा चुनाव होगा। तारीखों की घोषणा से पहले से झारखंड में हल-चल काफी तेज़ हो गयी है। सभी पार्टी चुनाव जीतने के लिए अभी से मैदान में आ गयी है। राज्य भर की सभी महिलाओं को अपनी ओर करने के लिए  हेमंत सोरेन ने अगस्त के माह में ही  मईंया सम्मान योजना लाकर बड़ा दाव खेला था। पर अब बीजेपी ने भी पलटवार करते हुए गोगो दीदी योजना ले आई है। राज्य में महिला वोटरों को अपने पक्ष में करना बहुत जरूरी है।

मईंया सम्मान योजना

झारखंड की हेमंत सरकार द्वारा इसी वर्ष अगस्त में मुख्यमंत्री मईंया सम्मान योजना की शुरूआत की गयी। 16 अगस्त को शुरू हुई इस योजना के माध्यम से सरकार राज्य की सभी महिला जिन की आयु 18 से 50 वर्ष के बीच है, उनको प्रति माह 1000 रूपये देने का वादा किया, जो साल के 12,000 रूपये होते है। ये पैसे सभी लाभार्थियों को सीधे बैंक अकाउंट में DBT यानी डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के मद्यम से भेजा जायेगा। यह पैसे केवल उन महिलाओं‍ को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय आठ लाख से कम है। इस योजना से सरकार महिलाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण देना चाहती है। राज्य भर की महिलाओ को लघु एवं मध्यम उद्योगों जैसे सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, एवं कृषि से संबंधित व्यवसायों में आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश की जाएगी।

गोगो दीदी योजना

झारखंड BJP ने अक्तूबर के पहले सप्ताह में  गोगो दीदी योजना की घोषणा की। इसे मौजूदा सरकार के मईंया सम्मान योजना जवाब में शुरू की गयी योजना देखा जा रहा है। BJP इस योजना के तहत सभी 18 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं  को 2,100 रूपये प्रति माह देगी। भाजपा कार्यकर्ता रविवार से लोगों के घर  जा जाकर महिलाओं से गोगो दीदी योजना का फार्म भरवा रही है। BJP ने इसे अपने अपने चुनावी घोषणा पत्र में भी शमिल करने की बात कही है। इसके अंतर्गत, महिलाओं को स्वयं सहायता समूह (SHGs) के माध्यम से संगठित किया जाएगा। कृषि, दुग्ध उत्पादन, बागवानी, और छोटे स्तर के उद्यमों के लिए वित्तीय मदद दी जाएगी।

झारखंड में कुल 2,57,78,149 वोटर है जिसमें 1,27,12,266 (करीब 49%) महिला वोटर है। इस कारण  विधानसभा चुनाव में महिलाओं के वोट काफी अहम है। सभी पार्टी महिलाओ को अपने पक्ष में रखना चाहती है। दोनों ही पक्ष ये सारी योजनाएं जनता को लुभाने और अपने वोट बैंक को मजबूत करने के लिए ले कर आई है।

JMM और उसके सहयोगी दल जहाँ एक तरफ़ मईंया योजना के जरिए महिलाओं, विशेषकर आदिवासी और पिछड़े वर्ग को साधने की कोशिश में है। वही दूसरी और BJP भी अपने गोगो दीदी योजना से उन क्षेत्रों पर केंद्रित है जहाँ झामुमो का आधार है। पार्टी अपनी पकड़ मजबूत करने और नए मतदाताओं को जोड़ने की कोशिश कर रही है।

2019 में हुए पिछले चुनाव में BJP 81 में से 25 सीटों पर जीत पायी थी। JMM ने 30 सीटों पर कब्जा किया था। 2019 से अभी तक काफी बदलाव आ चुका है। कई मुद्दे बदल गए है। राज्य की दशा और दिशा में भी काफी बदलाव आ गया है। 2024 में हुए लोकसभा चुनाव में BJP को बड़ा जटका लगा है। अभी हाल ही में हुए जम्मू कश्मीर और हरियाणा चुनाव में साफ दिखाई दे रहा है की BJP दोनों में से किसी भी राज्य में सरकार बनाने में सफल नही हो पा रही है। जिसका प्रभाव झारखंड के लोगों पर भी पड़ेगा।

Read:लालू और उनके परिवार को कोर्ट से मिली राहत

Visit:https://twitter.com/TheUntoldMedia


Discover more from The Untold Media

Subscribe to get the latest posts sent to your email.