पटना: आरजेडी एमएलसी सुनील सिंह सोसल मीडिया पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले के लिए राजनीति में काफी चर्चे में रहे हैं जिसके बाद उनके द्वारा विधानपरिषद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मिमिक्री करने के आरोप में उनकी सदस्यता चली गई है, जिसका विरोध जदयू के तमाम बड़े नेता कर रहे थे और लगातार बर्खास्तगी की मांग कर रहे थे, जिस पर विधानपरिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने बर्खास्तगी पर मोहर लगा दी है!
लालू परिवार के काफी करीबी बताए जाते हैं और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मुंह बोले भाई भी है जिनको आखिरकार अपनी कुर्सी को छोड़ना पड़ा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर मिमिक्री करना महंगा साबित हुआ, विपक्ष के सभी नेता सभापति से माफ करने का आग्रह कर रहे तब सभापति ने जवाब दिया की ये सर्वसहमति से सत्ता पक्ष के द्वारा बिल पास करके उनको बर्खास्त किया गया है और आरोप जांच में सही पाया गया है!
आपको बता दें की सुनील सिंह  विसकोमान के अध्यक्ष पद से पहले ही हटाए जा चुके जिसके बाद ये कयास लगाए जा रहे थी की जल्द सदस्यता भी
विधानपरिषद से खत्म हो जायेगी!
इस मामले में सुनील सिंह के साथ  राजद एमएलसी कारी सोहैब पर भी तलवार लटकी थी जिसके बाद उन्होंने सदन के भीतर अपनी गलती स्वीकार कर ली थी , इसलिए इनके खिलाफ हल्की सजा की अनुशंसा की गई थी जिसके लिए उनको सदन से दो दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया था
दोनों वेल में आकर मुख्यमंत्री के समक्ष असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल किया था जिसके बाद दोनों नेताओं पर लगातार कार्रवाई की मांग हो रही थी!


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