क्या आपने कभी अचानक ठंड लगने पर या किसी डरावने सीन को देखकर अपनी त्वचा पर छोटे-छोटे रोएं खड़े होते देखे हैं? जी हां, हम बात कर रहे हैं उस मजेदार पल की जब आपको “सिहरन” आ जाती है। अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये सिहरन होती क्यों है? क्या ये हमारी बॉडी का कोई गुप्त सिग्नल है? आइए जानते हैं इस रहस्यमयी घटना के पीछे का विज्ञान, और थोड़ी हंसी-खुशी के साथ समझते हैं कि हमारा शरीर क्या कहना चाहता है!

आपके शरीर का ‘मिनी अलार्म सिस्टम’

सिहरन (जिसे वैज्ञानिक भाषा में “हॉरिपिलेशन” या “पाइलोरेक्शन” कहते हैं) तब होती है जब आपका सिम्पथेटिक नर्वस सिस्टम (sympathetic nervous system) शरीर में मौजूद हर बाल के नीचे स्थित “एरेक्टर पिली” नामक छोटे-छोटे मांसपेशियों को सक्रीय करता है। यह मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं, जिससे बाल सीधे खड़े हो जाते हैं और त्वचा में गुज़रने का अनुभव होने लगता है। इसे ही हम आम भाषा में “Goosebumps” कहते हैं, क्योंकि जब त्वचा पर ये बाल खड़े होते हैं, तो यह उस परिंदे की त्वचा जैसा दिखता है, जिसे पंखों से अलग कर दिया गया हो।

वापस आदिमानव की दुनिया में!

अब आपको थोड़ा इतिहास में ले चलते हैं। जब हमारे पूर्वज जंगलों में रहते थे, तो उनके पास आज की तरह जैकेट, स्वेटर और रूम हीटर नहीं हुआ करते थे। जैसे ही ठंड या डर का सामना होता, उनके शरीर पर छोटे-छोटे बाल खड़े हो जाते, जिससे उन्हें थोड़ा अतिरिक्त गर्मी मिल जाती और वे शिकारियों से बचने के लिए तैयार हो जाते। बस, वहीं से सिहरन आने का तंत्र हमारे शरीर में रह गया।

अब हम वापस आज की दुनिया में लौटते हैं। अगर आपको लगता है कि सिहरन सिर्फ डरावने पलों के लिए होती है, तो आप गलत हैं! यह आपके शरीर की “फील गुड” फैक्ट्री भी है। कभी-कभी जब आप कोई बहुत ही प्यारी याद ताजा करते हैं या कोई दिल को छू लेने वाला गाना सुनते हैं, तो भी ये सिहरन आ जाती है। आपका शरीर खुशी और इमोशन के साथ एक छोटा “धन्यवाद” बोलता है और इस सिहरन के जरिए आपकी खुशी को ज़रा बढ़ा देता है।

तो, क्या अब आप समझ गए कि आपकी ये “गोसेबम्प्स” सिर्फ डरावनी फिल्मों का हिस्सा नहीं हैं, बल्कि ये आपकी शरीर की सदियों पुरानी सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं? हमे comment करके जरूर बताएं।

Also read: जम्मूकश्मीर के मुड़भेर में दो जवान की मौत…

Visit: https://www.facebook.com/Untoldthemedia


Discover more from The Untold Media

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

By Sumedha