जम्मू कश्मीर: रविवार 18 अगस्त, अपनी पार्टी के उपाध्यक्ष जुल्फिकार अली ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की है। जुल्फिकार चौधरी ने पहले बीजेपी सरकार में पीडीपी की ओर से मंत्री का पद संभाला था। जुल्फिकार चौधरी के बीजेपी में शामिल होने से अपनी पार्टी को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है।
राजौरी पुंछ के प्रमुख नेता और पूर्व मंत्री व विधायक जुल्फिकार चौधरी ने आज, रविवार को अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए हैं। जुल्फिकार चौधरी ने पहले बीजेपी सरकार में पीडीपी के प्रतिनिधि के रूप में मंत्री का पद संभाला था परंतु सरकार गिरने के बाद उन्होंने पीडीपी छोड़कर अपनी पार्टी ज्वाइन कर ली थी।
2015 से 2018 तक जुल्फिकार अली ने महबूबा मुफ्ती की पीडीपी-बीजेपी सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में काम किया। जून 2018 में बीजेपी सरकार से बाहर हो गई, जिससे गठबंधन सरकार गिर गई। इसके बाद, पूर्व मंत्री अल्ताफ बुखारी के मार्गदर्शन में कुछ पीडीपी नेताओं ने 2020 में एक नई पार्टी स्थापित की और इसके संस्थापक सदस्यों में से एक अली थे।
जम्मू-कश्मीर में चुनाव तीन दौर में होंगे
राजनीतिक विश्लेषकों के कहना है की चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल होने से पार्टी को बड़ा फायदा होगा, खासकर जब वह केंद्र शासित प्रदेश में खुद की सरकार बनाना चाहती है। वहीं, डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के प्रमुख नेता और पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन ने पार्टी को अलविदा कह दिया है।
आर्टिकल 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले, 2014 में यहां विधानसभा के चुनाव आयोजित किए गए थे। इस समय जम्मू-कश्मीर को पूरा राज्य माना जाता था। निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में कराने का निर्णय लिया।
पहले चरण का मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण का 25 सितंबर और तीसरे चरण का 1 अक्टूबर को होगा। मतगणना 4 अक्टूबर को होगी। जम्मू-कश्मीर में कुल 20 जिले हैं, जिनमें 90 विधानसभा सीटें हैं।
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