9 और 10 सितंबर को अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान भारत की अधिकारीक दौरे पर आएंगे। प्रिंस नाहयात की यह पहली भारत यात्रा है। उनका यह दौरा भारत के प्रधानमंत्री के निमंत्रण पर हो रहा है।
विदेश मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी की यूएई से कई मंत्री और एक व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी आयेंगे। 9 सितंबर को दिल्ली पहुँच कर, क्राउन प्रिंस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलेंगे और द्विपक्षीय सहयोग के व्यापक क्षेत्रों पर चर्चा करेंगे। उनका राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करने का कार्यक्रम है। 10 सितंबर को अबू धाबी के क्राउन प्रिंस एक बिजनेस फोरम में भाग लेने के लिए मुंबई जाएंगे। बता दे की बिजनेस फोरम दोनों देशों के बिजनेस लीडर हिस्सा लेंगे।
दौरे की जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा कि, “भारत और यूएई ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध साझा करते हैं। हाल के वर्षों में, भारत और यूएई के बीच राजनीतिक, व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति सहित कई क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी गहरी हुई है। क्राउन प्रिंस की यात्रा से यह मजबूत भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करेगा और नए और उभरते क्षेत्रों में साझेदारी के रास्ते खोलेगा।”
पीएम मोदी और राष्ट्रपति अल नाहयान ने भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEEC) पर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक अंतर सरकारी ढांचे के निर्माण के लिए समझौता ज्ञापन का स्वागत किया। दोनों नेताओं ने आर्थिक और वाणिज्यिक सहयोग को मजबूत करने के पक्षों के प्रयासों का समर्थन किया। उन्होंने व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) के लागू होने के बाद से यूएई-भारत व्यापार संबंधों में देखी गई मजबूत वृद्धि का स्वागत किया।
अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने राजसी बोचासनवासी अक्षर पुरूषोत्तम स्वामीनारायण संस्था (बीएपीएस) मंदिर का उद्घाटन किया, जो संयुक्त अरब अमीरात के अबू धाबी में पहला हिंदू मंदिर है।
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