प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को Mahakumbh 2025 के अवसर पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया और इसे एक ‘दैवीय जुड़ाव का पल’ करार दिया। उन्होंने कहा कि इस पुण्य अवसर पर संगम में डुबकी लगाने के बाद वे भक्ति की गहरी अनुभूति से भर गए।
प्रधानमंत्री ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट ‘X’ पर लिखा, “प्रयागराज में महाकुंभ (महाकुंभ 2025) में आकर धन्य हुआ। संगम में स्नान एक दैवीय जुड़ाव का पल है, और करोड़ों श्रद्धालुओं की तरह मैं भी भक्ति भाव से ओत-प्रोत हो गया।” उन्होंने आगे लिखा, “मां गंगा सभी को शांति, ज्ञान, उत्तम स्वास्थ्य और सद्भाव का आशीर्वाद दें।”
स्नान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिवेणी संगम पर विधिवत पूजन-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ यमुना नदी में नौका विहार किया। इस दौरान पूरे कुंभ क्षेत्र में श्रद्धा और आस्था का विशेष माहौल देखने को मिला।
Mahakumbh 2025: आस्था का महासंगम
Mahakumbh2025 की शुरुआत पौष पूर्णिमा (13 जनवरी, 2025) से हुई थी और यह आगामी महाशिवरात्रि (26 फरवरी, 2025) तक चलेगा। इसे दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन माना जाता है, जहां देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु और संत-महात्मा आकर पुण्य लाभ प्राप्त करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी हमेशा से भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और प्रोत्साहित करने के लिए प्रतिबद्ध रहे हैं। इसी दिशा में उन्होंने देशभर के प्रमुख तीर्थस्थलों पर सुविधाओं और आधारभूत ढांचे को विकसित करने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने 13 दिसंबर, 2024 को प्रयागराज यात्रा के दौरान 5,500 करोड़ रुपये की 167 विकास परियोजनाओं का उद्घाटन किया था। इनमें बुनियादी ढांचे को मजबूत करने, यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने और Mahakumbh 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कनेक्टिविटी को सुगम बनाने की कई योजनाएं शामिल थीं।
अब तक इतने करोड़ लोगों ने किया स्नान
महाकुंभ 2025 के दौरान श्रद्धालुओं का अपार जनसैलाब उमड़ रहा है। बुधवार सुबह 8 बजे तक 3.748 मिलियन (37.48 लाख) श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य स्नान कर चुके थे। इनमें 10 लाख कल्पवासी और 27.48 लाख अन्य तीर्थयात्री शामिल थे, जो तड़के ही संगम तट पर आ पहुंचे थे। उत्तर प्रदेश सरकार के आंकड़ों के अनुसार, 4 फरवरी तक महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की कुल संख्या 382 मिलियन (38.2 करोड़) को पार कर चुकी है। यह संख्या महाकुंभ की अद्वितीय आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री मोदी की इस यात्रा ने महाकुंभ के धार्मिक और आध्यात्मिक वातावरण को और अधिक ऊर्जावान बना दिया। उनके संगम स्नान के दौरान श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखने को मिला, और पूरा प्रयागराज भक्ति और श्रद्धा के रंग में डूबा नजर आया।
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